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सिब्बल के घर पर हमले के विरोध में जी-23 के नेता हुए लामबंद, सोनिया गांधी से शिकायत की, जानें क्‍या कहा

कांग्रेस नेता कपिल सिब्‍बल के आवास पर हमले के विरोध में जी-23 के नेता लामबंद हो गए हैं। ग्रुप-23 के नेताओं गुरुवार को अपने सहयोगी कपिल सिब्बल के घर पर हमले की कड़ी निंदा की। पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 07:11 PM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 12:40 AM (IST)
सिब्‍बल के आवास पर पार्टी कार्यकर्ताओं की नारेबाजी और हमले के विरोध में जी-23 के नेता लामबंद हो गए हैं।

नई दिल्ली, जेएनएन। कांग्रेस की चिंताजनक हालत के मद्देनजर जल्द पूर्णकालिक अध्यक्ष के चुनाव की मांग उठा रहे पार्टी के असंतुष्ट 'जी 23' नेताओं ने कपिल सिब्बल के घर हुई तोड़फोड़ को लेकर जिस तरह आक्रामक तेवर दिखाए हैं, उससे साफ है कि अंदरूनी घमासान के हल की राह हाईकमान के लिए और मुश्किल होती जा रही है। सिब्बल के घर हुए हमले के बहाने असंतुष्ट नेताओं ने एकजुट होकर हाईकमान समर्थक कार्यकर्ताओं की हरकत को गुंडागर्दी करार देते हुए साफ संदेश दे दिया कि वे अपने उठाए मुद्दों की लड़ाई में अब पीछे नहीं हटेंगे।

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हमले की निंदा

असंतुष्ट समूह के सभी प्रमुख नेताओं ने एक सुर से सिब्बल के समर्थन में उतरते हुए हमले की निंदा की। जी 23 के प्रमुख नेता आनंद शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से हमले को अंजाम देने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग भी कर डाली।

दिया यह संकेत

पंजाब के घटनाक्रम के बाद कांग्रेस की मौजूदा दशा-दिशा को लेकर हाईकमान पर निशाना साध रहे असंतुष्ट नेताओं को कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे दिग्गज नेता के पार्टी छोड़ने के एलान ने एक और सियासी हथियार मुहैया करा दिया है। इसीलिए सिब्बल के घर हमले को असंतुष्ट खेमे ने जोर-शोर से उठाकर साफ कर दिया कि ऐसे दबावों के जरिये कांग्रेस में संगठनात्मक बदलावों की मांग को दरकिनार नहीं किया जा सकता। जी 23 की फिर से तेज हुई सक्रियता और पंजाब की मुसीबत के बीच केरल दौरे से लौटे राहुल गांधी ने ताजा हालात को लेकर सोनिया गांधी से चर्चा की।

हाईकमान के सियासी फैसलों पर उठाए थे सवाल

कपिल सिब्बल ने बुधवार को पंजाब में हाईकमान के सियासी फैसलों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि कांग्रेस में अध्यक्ष ही नहीं है और कौन फैसले ले रहा है यह मालूम ही नहीं। हाईकमान को इशारों में दी गई यह चुनौती पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के एक वर्ग को नागवार लगी और उन्होंने बुधवार रात सिब्बल के घर पर प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ की, जिसमें उनकी एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई।

कड़ी कार्रवाई की मांग

आनंद शर्मा ने सबसे पहले इसके खिलाफ मोर्चा खोला। एक ट्वीट के जरिये उन्होंने कहा कि सिब्बल के घर हमला गुंडागर्दी है। असहिष्णुता व हिंसा कांग्रेस की संस्कृति के खिलाफ है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाए रखना कांग्रेस के इतिहास का हिस्सा रहा है। शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष से इस घटना का संज्ञान लेते हुए हमले में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। असंतुष्ट खेमे के गुलाम नबी आजाद, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, शशि थरूर, राजबब्बर, विवेक तन्खा ने भी सिब्बल के घर हुई तोड़फोड़ की आलोचना कर उनके उठाए सवालों को वाजिब ठहराने का साफ संदेश दिया।

वरिष्ठ नेताओं को किनारे किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण : कैप्टन

आजाद ने कहा कि सिब्बल एक समर्पित कांग्रेसी हैं। वे संसद के बाहर और भीतर पार्टी के लिए लड़ते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के हित में कहीं से भी सुझाव आता है तो उसका स्वागत करना चाहिए। इस तरह की गुंडागर्दी से इसे दबाने का प्रयास अस्वीकार्य है। कांग्रेस छोड़ने का एलान कर चुके कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सिब्बल के घर हमले की ¨नदा करते हुए कहा कि ऐसी हरकत पार्टी के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं को पार्टी में किनारे किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।


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