Scindia Impact: दिल्ली में भी सुलग रही बगावत की चिंगारी, कांग्रेस के कई दिग्गज भाजपा के संपर्क में
पार्टी ने दिल्ली की टीम में युवाओं को शामिल कर एक नई शुरुआत की है। जहां तक वरिष्ठ नेताओं को भी जल्द ही नई जिम्मेदारियां दी जाएंगी।
संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य ¨सधिया के भाजपा में जाने का असर दिल्ली में भी जल्द ही देखने को मिल सकता है। पार्टी की दिल्ली इकाई में भी बगावत की चिंगारी सुलगने लगी है। नगर निगम से लेकर केंद्र सरकार तक का हिस्सा रहे कई वरिष्ठ नेता निकट भविष्य में भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) का दामन थाम सकते हैं। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस की नई नेतृत्व टीम की घोषणा होने के बाद बगावत की यह ¨चगारी और तेज हो गई है।
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं
चार से पांच बार के कई विधायक, दिल्ली सरकार में मंत्री रह चुके, कई पूर्व सांसद, केंद्रीय मंत्री रह चुके और नगर निगम की राजनीति में दशकों से सक्रिय कई वरिष्ठ नेता काफी समय से खुद को पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। इनमें बहुत से नेता तो प्रदेश अध्यक्ष पद पर नियुक्ति का इंतजार कर रहे थे।
कांग्रेस की नई टीम के साथ काम करने से बेहतर है इस्तीफा देकर घर बैठ जाना
दैनिक जागरण से बातचीत में अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल रहे कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि नई टीम के साथ काम करने से बेहतर तो पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर घर बैठ जाना है। पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष लक्ष्मण रावत ने भी इस्तीफा देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को वे पूर्वी दिल्ली के कई पार्टी पदाधिकारियों के साथ वरिष्ठ नेताओं से मिलकर नई टीम की नियुक्ति का विरोध दर्ज कराएंगे।
पदोन्नति के जरिए नाराज नेताओं को साधने की रणनीति
हालांकि कांग्रेस ने नाराज वरिष्ठ नेताओं को पदोन्नति के जरिए साधने की रणनीति भी बनाई है। पूर्व सांसदों और पूर्व मंत्रियों सहित 18 वरिष्ठ नेताओं की एक सूची शॉर्ट लिस्ट की गई है। इनमें से कुछ नेताओं को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) में जिम्मेदारी दी जाएगी जबकि कुछ नेताओं को प्रदेश कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठों का अध्यक्ष बनाया जाएगा। इस आशय की घोषणा भी जल्द ही किए जाने की संभावना है।
माकन ने कहा- कांग्रेस से ही हमारा अस्तित्व, कमजोर नहीं पड़ने देंगे
इस बीच, पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने बुधवार शाम पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम पर एक अपील जारी की। उन्होंने कहा है कि आज कांग्रेस कठिन दौर से गुजर रही है। जो लोग इसकी विचारधारा से प्रेम करते हैं, उनका यह फर्ज बन जाता है कि पार्टी को और मजबूती प्रदान करें। पार्टी आलाकमान के निर्णय को आंख बंद कर स्वीकार करें। यह समय पार्टी पर सब कुछ न्योछावर करने का है। क्योंकि पार्टी है तो हमारा भी अस्तित्व है। पार्टी की विचारधारा सर्वोपरि है और हम इसे कमजोर नहीं होने देंगे।
युवाओं को मौका देकर की गई नई शुरुआत
पार्टी ने दिल्ली की टीम में युवाओं को शामिल कर एक नई शुरुआत की है। पूर्व विधायक जयकिशन काफी वरिष्ठ हैं तो अभिषेक दत्त नगर निगम, मुदित अग्रवाल वैश्य समाज, अली हसन मुस्लिम वर्ग और शिवानी चोपड़ा पंजाबी तबके से संबंध रखती हैं। जहां तक वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी का प्रश्न है तो उन्हें भी जल्द ही नई जिम्मेदारियां दी जाएंगी-शक्ति सिंह गोहिल, प्रभारी, दिल्ली कांग्रेस।