हवाला से आते थे कांग्रेस को करोड़ों रुपये : भाजपा
कांग्रेस के मंत्रियों के पास करोड़ों रुपये कहां से आए हैं। कांग्रेस के लिए कर्नाटक एटीएम की तरह है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय के दायर मनी लांड्रिंग मामले पर अब भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा ने बुधवार को कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला।
पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस और भ्रष्टाचार अब पर्याय बन चुके हैं, जहां करोड़ों रुपये की गैरकानूनी नगदी, हवाला से लेन-देन और भ्रष्ट सौदे होते हैं।संबित पात्रा ने कहा कि हमारे पास डीके शिवकुमार के चालक जगदीश चंद्र का बयान है।
उसने आइटी विभाग को बताया है कि कैसे किलोग्राम में तौल कर पैसा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय में पहुंचाया गया। अब यह हमारे सामने आ गया है कि कांग्रेस पार्टी क्यों नोटबंदी के दौरान रो रही थी। संबित ने कहा कि कर्नाटक के विभिन्न शहरों से वजन के हिसाब से पैसा चांदनी चौक और वहां से गाडि़यों में कांग्रेस के दफ्तर पहुंचता था। पुख्ता जानकारी के मुताबिक कांग्रेस मुख्यालय तक 600 करोड़ रुपये पहुंचाए गए।
पात्रा ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के घर छापे में तीन फ्लैटों की चाभी मिली है। दस्तावेजों का हवाला देते हुए भाजपा नेता ने कहा, '2017 में डीके शिवकुमार के घर पर छापे पड़े थे और कागजात जब्त हुए थे। दिल्ली में भी कर्नाटक सरकार के दो अधिकारी हनुमंथैया और राजेंद्रन के घर छापा पड़ा।
हनुमंथैया के घर से सफदरजंग एनक्लेव और कृष्णा नगर के तीन फ्लैट की चाभी और आठ करोड़ रुपया आया था।' शिवकुमार जब भी काला धन देने दिल्ली आते थे तो हनुमंथैया खुद को उनका सचिव बताता था। जगदीश नामक ड्राइवर ने भी अपने बयान में इसकी पुष्टि की है।
पात्रा के अनुसार एक बार फ्लैट से मोटी रकम भी चोरी हुई थी लेकिन एफआइआर दर्ज नहीं हुई। ड्राइवर जगदीश चंद्र ने बताया है कि उससे भी पूछताछ की गई थी। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, राहुल गांधी सुबह से शाम तक प्रधानमंत्री से सवाल पूछते हैं, इसका जवाब कौन देगा? पात्रा ने याद दिलाया कि इसी मामले में डायरी मिली थी जिसमें 'एसजी' व 'आरजी' ऑफिस को पैसे देने का जिक्र था। इस पूरे मामले में राहुल गांधी जवाब दें?
कर्नाटक के मंत्री ने दिया संबित पात्रा को जवाब
वहीं इस पूरे मामले पर कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार का बयान आया है। उन्होंने संबित पात्रा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि फूड प्वायजनिंग के चलते में अस्पताल में भर्ती था, मैं कायर नहीं हूं जो भाग जाउंगा, क्या मेरे ऊपर केस फाइल करने के लिए ईडी को एक साल का समय चाहिए? मुझे कोई नोटिस नहीं मिला, मैं कानून को मानने वाला नागरिक हूं और हमेशा अधिकारियों सहयोग करता हूं। मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं।