सचिन पायलट का वसुंधरा पर हमला कहा कर रहीं सरकारी खजाने का दुरूपयोग
सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस की मेरा गांव, मेरा बूथ अभियान से घबराकर वसुंधरा राजे ने यात्रा निकाली है।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। राजस्थान चुनाव में इस बार सत्ता बदलने के हौसले के साथ मैदान में जमे कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजनीतिक यात्रा के लिए सरकारी धन लुटाने को लेकर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर तगड़ा प्रहार किया है। राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि बदहाली से आत्महत्या करने वाले किसानों की सूबे में शवयात्रा निकल रही है और सीएम गौरव यात्रा निकाल रही हैं। किसानों के साथ सूबे के सभी वर्गो में सत्ता विरोधी लहर का दावा करते हुए सचिन ने कहा कि कांग्रेस सरकार में आएगी तो किसानों को कर्ज मुक्त करना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
राजस्थान के चुनावी अभियान की गहमागहमी के बीच राजधानी दिल्ली आए सचिन पायलट ने दैनिक जागरण से खास बातचीत में यह राय जाहिर की। उनका कहना था कि गौरव यात्रा पर सरकारी धन खर्च करने को लेकर हाईकोर्ट से मिली फटकार के बाद अब दूसरे तरीके से जनता के संसाधन का वसुंधरा सियासी इस्तेमाल कर रही हैं। राजनीतिक नैतिकता की भाजपा की दुहाई को ढकोसला करार देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सीएम से रोज एक सवाल पूछ रही है मगर वे जवाब नहीं दे पा रही हैं।
सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस की मेरा गांव, मेरा बूथ अभियान से घबराकर वसुंधरा राजे ने यात्रा निकाली है। इस अभियान के तहत कांग्रेस ने सूबे की 200 में से 196 विधानसभा सीटों के सभी बूथों पर अपनी चुनावी तैयारी की ताल ठोक दी है। चुनाव में भाजपा की करारी शिकस्त का दावा करते हुए सचिन ने कहा कि सूबे में सत्ता का एकीकरण हो गया है। सब कुछ सीएम के हाथों में है। विधायकों और नेताओं की तो दूर मंत्रियों की भी कोई नहीं सुनता। सत्ता प्रशासन का भ्रष्टाचार इतना चरम पर है कि जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। दलित- आदिवासी समुदाय का उत्पीड़न चरम पर है तो महिला सीएम के रहते हुए महिलाओं के साथ अपराध मामले में राजस्थान देश में तीसरे नंबर पर है।
सचिन ने कहा कि पिछले चुनाव में जनता ने 165 विधायकों के साथ सत्ता सौंपी थी और वसुंधरा चाहतीं तो सूबे की सूरत बदल सकती थीं। मगर हालत इतने खराब हैं कि जनता का भाजपा से मोहभंग हो चुका है। इस दावे के आधार के बारे में पूछे जाने पर सचिन ने कहा कि 2014 के चुनाव के बाद राजस्थान में विधानसभा और लोकसभा के 22 उपचुनाव हुए। इनमें 20 कांग्रेस ने जीती है। नगरपालिकाओं, मंडी और पंचायतों के चुनाव में भी भाजपा को इस दौरान भारी शिकस्त मिली है। साफ है कि जनता परिवर्तन का मूड बना चुकी है। उन्होंने कहा कि किसानों की बदहाली के लिये अहम कदम उठाने के अलावा युवाओं को रोजगार देना कांग्रेस का अहम एजेंडा रहेगा।
राजस्थान कांग्रेस के शीर्ष नेताओं अशोक गहलोत से लेकर सीपी जोशी के साथ अंदरुनी खींचतान के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। वास्तविकता यह है कि वे सौभाग्यशाली हैं कि प्रदेश अध्यक्ष के रुप में जितना समर्थन वरिष्ठ नेताओं का उन्हें मिला है उतना सहयोग शायद ही किसी और को मिला होगा। यही वजह रही कि जब करीब चार साल पहले राहुल गांधी ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी तो कांग्रेस विधानसभा में 21 सीटों के साथ सबसे कठिन दौर में थी और आज हम जनता की उम्मीद बन चुके हैं। कांग्रेस नेताओं की एकजुटता 24 अगस्त को चितौड़ में दिखेगी जब उनके साथ अशोक गहलोत, सीपी जोशी, गिरिजा व्यास से लेकर तमाम नेता संकल्प अभियान के लिए उनके साथ मंच पर उतरेंगे। सचिन ने कहा कि इसके उलट भाजपा में गुटबाजी चरम पर है। अमित शाह तथा वसुंधरा राजे के बीच 74 दिन तक चली कलह के दौरान उनकी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष विहीन थी।