एस जयशंकर की दुशांबे यात्रा संपन्न, ताजिक के विदेश मंत्री के साथ की द्विपक्षीय मुलाकात
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को दुशांबे में अपने ताजिक समकक्ष सिरोजिद्दीन मुहरिद्दीन से मुलाकात की। उन्होंने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के महत्व पर भी जोर दिया। इसके साथ ही जयशंकर की दुशांबे की दो दिवसीय यात्रा संपन्न हो गई है।
नई दिल्ली, एएनआइ। विदेश मंत्री एस जयशंकर( S Jaishankar) की दुशांबे यात्रा संपन्न हो गई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को अपने दो दिवसीय दुशांबे यात्रा का समापन अपने ताजिक समकक्ष सिरोजिद्दीन मुहरिद्दीन के साथ द्विपक्षीय बैठक के साथ की। एस जयशंकर ने इसको लेकर एक ट्वीट किया- ताजिक के विदेश मंत्री सिरोजिद्दीन मुहरिद्दीन के साथ द्विपक्षीय बैठक के साथ अपनी दुशांबे यात्रा का समापन किया। उनके आतिथ्य और विचार के लिए धन्यवाद। उन्होंने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के महत्व पर भी जोर दिया।
Concluded my Dushanbe trip with a bilateral meeting with Tajik FM Sirojiddin Muhriddin. Thank him for his hospitality and consideration.
Agreed that the strategic partnership between India and Tajikistan is even more relevant in the coming times. pic.twitter.com/mRz23vY50z— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 15, 2021
अफगान मसले पर जयशंकर व अतमार में हुई अहम बातचीत
अफगानिस्तान में लगातार बिग़़डते हालात की पृष्ठभूमि में भारत व अफगान के विदेश मंत्रियों के बीच भी अहम मुलाकात हुई। भारतीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने अफगान समकक्ष मोहम्मद हनीफ अतमार से मिलकर युद्धग्रस्त देश की स्थिति पर चर्चा की। समझा जाता है अतमार ने जयशंकर को अफगानिस्तान में तालिबान की ब़़ढती ताकत और भावी चुनौतियों को लेकर विस्तार से जानकारी दी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को दुशांबे में अपने उज़्बेक समकक्ष अब्दुल अज़ीज़ कामिलोव से मुलाकात की और युद्धग्रस्त अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की। ताजिकिस्तान में बैठकों में भाग लेने के बाद, जयशंकर ताशकंद कनेक्टिविटी सम्मेलन में भाग लेने के लिए उज्बेकिस्तान जाएंगे।
दोनों विदेश मंत्रियों की मुलाकात पर भारतीय पक्ष से कोई औपचारिक सूचना जारी नहीं की गई लेकिन अफगानिस्तान की और से जारी बयान के अनुसार दोनों पक्षों ने राजनीतिक स्थिति, सुरक्षा हालात और शांति प्रक्रिया पर चर्चा की। भारत के सहयोग से अफगानिस्तान में विभिन्न क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं, आतंकवाद से मुकाबले और शांति व सद्भाव स्थापित करने पर भी बात हुई। इस मुलाकात के दौरान अतमार ने जयशंकर को अफगानिस्तान में चल रहे ताजा घटनाक्रम की जानकारी दी।