सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही सरकार हरकत में आई : पासवान
अदालत में पुनर्विचार याचिका दायर करने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आठ दिन के भीतर यह काम पूरा कर लिया।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। एससी-एसटी अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भारत बंद के दौरान हुए हिंसक आंदोलन करने वालों पर केंद्रीय मंत्री व लोकजनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान सोमवार को जमकर बरसे। उन्होंने कहा 'हमारी सरकार ने तो इस मसले पर तत्काल हरकत में आई और अदालत में पुनर्विचार याचिका दायर करने में जुट गई।' कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब केंद्र में यूपीए सरकार थी, तब उन्हें बाबा साहब अंबेडकर और दलितों की याद नहीं आई।
अदालत में पुनर्विचार याचिका दायर करने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आठ दिन के भीतर यह काम पूरा कर लिया। कांग्रेस पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी दलितों और भीमराव अंबेडकर के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस ने उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था। कांग्रेस तो बाबा साहब की तस्वीर संसद के सेंट्रल हॉल में भी नहीं लगाना चाहती थी। वीपी सिंह सरकार सत्ता में आई तो उन्होंने ऐसा किया।
आरक्षण खत्म करने जैसे सवाल पर पासवान ने कहा 'कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ है जो आरक्षण खत्म कर दे, न भूतो ना भविष्यति'। रामविलास ने जोर देकर कहा कि मोदी जी ने खुद कहा है कि आरक्षण खत्म करने के लिए मेरी लाश से गुजरना होगा।