Rammandir Bhumi Pujan: दिग्विजय सिंह ने अशुभ मुहूर्त पर क्षमा मांगी, कमल नाथ ने किया स्वागत
कमल नाथ ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के अधिकृत ट्विटर एकाउंट पर श्रीराम मंदिर निर्माण का स्वागत किया और कहा कि देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा व आकांक्षा थी।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के शिलान्यास कार्यक्रम से कुछ घंटे पहले भी मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के विचार अलग--अलग नजर आए। दिग्विजय सिंह ने भूमिपूजन के कुछ घंटे पहले तक उसके मुहूर्त पर सवाल उठाते हुए भगवान से क्षमा मांगते दिखाई दिए तो कमल नाथ ने मंदिर निर्माण का स्वागत किया। नाथ ने कहा कि हर भारतवासी की सहमति से इसका निर्माण हो रहा है।
राम मंदिर निर्माण पर दो वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के भिन्न स्वर
अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण का भूमिपूजन कार्यक्रम हो गया, जिसका कांग्रेस नेताओं ने प्रत्यक्ष--अप्रत्यक्ष रूप से स्वागत किया लेकिन मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को भी इसके मुहूर्त पर सवाल उठाए। जबकि राहुल गांधी से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ तक मंदिर निर्माण पर सधी हुई भाषा में प्रतिक्रिया देते दिखे।
मै अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करता हूँ। देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा और आकांक्षा थी।
— राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है, ये सिर्फ़ भारत में ही संभव है।
—कमलनाथ pic.twitter.com/4hPmBekPwO— MP Congress (@INCMP) August 5, 2020
देशवासियों को बहुत दिनों से आकांक्षा थी : कमल नाथ
कमल नाथ ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के अधिकृत ट्विटर एकाउंट पर श्रीराम मंदिर निर्माण का स्वागत किया और कहा कि देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा व आकांक्षा थी। नाथ ने यह भी कहा कि राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है। ये सिर्फ भारत में ही संभव है।
आज अयोध्या जी में भगवान रामलला के मंदिर का “शिलान्यास” वेद द्वारा स्थापित ज्योतिष् शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है, हे प्रभु हमें क्षमा करना। यह निर्माण निर्विघ्न रूप से पूरा हो यही हमारी आप से प्रार्थना है। जय सिया राम। #राम_मंदिर_निर्माण_मुहूर्त— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 5, 2020
हे प्रभु, हमें क्षमा करना : दिग्विजय
वहीं, दिग्विजय सिंह दो सप्ताह से शिलान्यास के मुहूर्त पर जो सवाल उठा रहे थे, उसे आज भी दोहराया। कार्यक्रम के कुछ घंटे पहले दिग्विजय ने कहा कि भगवान रामलला के मंदिर का शिलान्यास वेद द्वारा स्थापित ज्योतिष शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है। सिंह ने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए लिखा, 'हे प्रभु, हमें क्षमा करना। यह निर्माण निर्विघ्न रूप से पूरा हो, यही हमारी आप से प्रार्थना है।'