15वें दिन भी संसद ठप, अठावले बोले- वेल में हंगामा करने वालों के खिलाफ बने कानून
बजट सत्र के 15वें दिन भी हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित हो गई। राज्यसभा की कार्यवाही जहां सोमवार तक स्थगित है, वहीं लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संसद में लगातार हंगामे से आहत केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने सरकार से मांग की है, वह संसद में इस तरह के हंगामे को रोकने के लिए कोई नियम बनाए। उन्होंने कहा कि वह इसे लेकर जल्द ही प्रधानमंत्री को चिट्ठी भी लिखेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार को सुझाया जाएगा कि वह इस तरह का कानून लाए, कि कोई भी यदि तीन दिन से ज्यादा यानि चौथे दिन भी बेल में आता है तो वह स्वत: निलंबित हो जाए। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में एक ऐसा कानून प्रचलन में है। इसके तहत यदि कोई भी सदस्य वेल में आता है, तो वह स्वत: ही निलंबित हो जाता है।
गौरतलब है कि बजट सत्र के 15वें दिन भी हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित हो गई। राज्यसभा की कार्यवाही जहां सोमवार तक स्थगित है, वहीं लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित है। शुक्रवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही टीडीपी के सासंदों ने वेल में आकर हंगामा किया, जिसके बाद राज्यसभा सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा स्पीकर ने सदन को बताया कि मुझे अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस मिले हैं, लेकिन इस हंगामे में प्रस्ताव का समर्थन कर रहे 50 सांसदों की गिनती नहीं कर सकतीं। उन्होंने वेल में हंगामा कर रहे सांसदों से अपनी निर्धारित सीट पर वापस जाने की अपील की। स्पीकर ने कहा कि सदन ऑर्डर में नहीं है ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव को सदन में नहीं रखा जा सकता। स्पीकर ने सदन में कहा कि कई सांसदों में मुझसे मुलाकात कर रामनवमी की वजह से सोमवार तक सदन का अवकाश करने की मांग की है और उनकी मांग को मंजूरी दे दी गई है।