राजनाथ सिंह से मिलकर भावुक हुए भुलई भाई, बोले-भगवान कृष्ण सुदामा से मिलने आए हैं
भाजपा के सबसे वरिष्ठ सदस्य भुलई भाई के नाम से लोकप्रिय 106 वर्षीय नारायण से गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान भुलई भाई भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है भगवान कृष्ण सुदामा से मिलने आए हैं।
नई दिल्ली, एजेंसियां। भाजपा के सबसे वरिष्ठ सदस्य भुलई भाई के नाम से लोकप्रिय 106 वर्षीय नारायण से गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुलाकात की। भुलई भाई केंद्रीय मंत्री से मिलना चाह रहे थे। राजनाथ को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने उनसे उत्तर प्रदेश सदन में मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान भुलई भाई भावुक हो गए। उन्होंने कहा, 'आपसे मिलकर मैं युवा और तरोताजा महसूस कर रहा हूं। ऐसा लग रहा है भगवान कृष्ण सुदामा से मिलने आए हैं।' भाजपा का यह वरिष्ठ सदस्य को शुक्रवार को विजय दशमी पर पार्टी के साथ जुड़े हुए 70 साल हो जाएंगे।वह 1952 में विजयदशमी के मौके पर जनसंघ में शामिल हुए थे।
जनसंघ के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय हैं भुलई भाई
पूर्व विधायक नारायण जनसंघ के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय हैं। राजनाथ सिंह के साथ उनका जुड़ाव 1977 से है जब दोनों उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य थे। उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे कद्दावर नेताओं के साथ भ काम किया है। नारायण ने राजनाथ सिंह से मिलने का समय मांगा था और रक्षा मंत्री को इसके बारे में पता चलने के बाद वह दिल्ली में राज्य के गेस्टहाउस उत्तर प्रदेश सदन में गए और उनसे मुलाकात की। सिंह ने नारायण का शाल से अभिनंदन किया और उन्हें धोती और कुर्ता भी भेंट किया।
#WATCH | Delhi: Defence Minister Rajnath Singh today met one of the oldest (107-year-old) BJP workers & former Jana Sangh MLA from Uttar Pradesh Bhulai Bhai, at UP Bhavan. pic.twitter.com/js1JFRZKvG
— ANI (@ANI) October 14, 2021
उत्तर प्रदेश से जनसंघ के विधायक थे भुलई भाई
भुलई भाई से मिलने के बाद राजनाथ सिंह ट्वीट करके कहा, 'विजयादशमी की पूर्व संध्या पर 106 वर्षीय नारायण जी 'भुलाई भाई' से मिलकर सुखद अनुभूति हुई, जो उत्तर प्रदेश से जनसंघ के विधायक थे। वह वर्तमान में पार्टी के सबसे वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं। उनकी सादगी बेहद प्रेरक है। मैं मां दुर्गा के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।' बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पिछले साल अप्रैल में कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान भुलई भाई को फोन किया था और उनका आशीर्वाद मांगा था।