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Rajasthan Political Crisis: केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बोले, गजेंद्र शेखावत का ऑडियो टेप से कोई लेना देना नहीं

Rajasthan Political Crisis केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि राजस्थान की समस्याओं और विकास पर मुख्यमंत्री का कोई ध्यान नहीं है उनका ध्यान अपनी सरकार बचाने पर है

By TaniskEdited By: Published: Sun, 19 Jul 2020 11:27 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jul 2020 08:37 PM (IST)
Rajasthan Political Crisis: केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बोले, गजेंद्र शेखावत का ऑडियो टेप से कोई लेना देना नहीं
Rajasthan Political Crisis: केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बोले, गजेंद्र शेखावत का ऑडियो टेप से कोई लेना देना नहीं

नई दिल्ली, एजेंसियां। राजस्थान में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच शनिवार को भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) ने अशोक गहलोत की सरकार को अपना समर्थन दिया। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार पार्टी ने अपना समर्थन पत्र सौंपा, जिसमें उनकी मांगें भी शामिल हैं। बीटीपी के राज्य में दो विधायक हैं। इसके बाद सीएम गहलोत ने जयपुर के राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की और उन्हें एक पत्र सौंपा जिसमें पुष्टि की गई कि बीटीपी के दो विधायक उनकी सरकार का समर्थन कर रहे हैं।

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बता दें कि फोन टैपिंग मामले में भाजपा और कांग्रेस आमने सामने हैं। मामले पर कांग्रेस के नेता अजय माकन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों की पुलिस राजस्थान पुलिस को भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह के वॉयस सैंपल क्यों नहीं लेने दे रही है? इससे पहले उन्होंने गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधते हुए कहा, 'अब जब गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम एफआइआर में है और उनकी आवाज की ऑडिटोटेप में पहचान हुई है, तो वे केंद्रीय मंत्री का पद क्यों संभाल रहे हैं? कांग्रेस मांग करती है कि या तो वे इस्तीफा दे या उन्हें हटा दिया जाए, ताकि वे जांच को प्रभावित न कर सके। मैंने सुना कि वो कह रहे हैं कि ऑडियो में आवाज उनकी नहीं बल्कि किसी और गजेंद्र सिंह की है। यदि ऐसा है, तो उन्हें अपनी वॉयस सैंपल देना चाहिए और जांच पूरी होने तक पद से हट जाना चाहिए। '

ऑडियो टेप मामले पर केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि ये ऑडियो टेप उनका नहीं है। गजेंद्र जी का इस ऑडियो से कोई लेना देना नहीं है, मैं स्वयं गजेंद्र जी की आवाज़ को अच्छे से जानता हूं ये गजेंद्र जी की आवाज़ नहीं है। उन्‍होंने आगे कहा कि अशोक गहलोत अपने विधायकों को होटल में लेकर बैठे हैं। राजस्थान की समस्याओं और विकास पर मुख्यमंत्री का कोई ध्यान नहीं है, उनका ध्यान अपनी सरकार बचाने पर है, इनकी सरकार तो निश्चित रूप से जानी है आज नहीं तो कल जाएगी।  

इससे पहले फोन टैपिंग कांड में गिरफ्तार संजय जैन को लेकर कांग्रेस विधायक राजेंद्र गुडा ने सनसनीखेज खुलासा किया। गुडा के अनुसार जैन ने आठ महीने पहले उनसे मुलाकात की थी और भाजपा नेता वसुंधरा राजे सिंधिया और अन्य लोगों से मिलने को कहा था। उन्होंने आगे कहा कि जैन जैसे कई एजेंट हैं, लेकिन वे अपने प्रयासों में सफल नहीं हुए। जैन लंबे समय से सक्रिय था। फ्लोर टेस्ट को लेकर उन्होंने कहा, 'हम संख्या (विधायकों) में 100 से अधिक हैं। हमारे पास बहुमत है। अगर हमारे पास बहुमत नहीं होता, तो वे (भाजपा) फ्लोर टेस्ट की मांग करते। वे जानते हैं कि हमारे पास बहुमत है। इसलिए वे फ्लोर टेस्ट की मांग नहीं कर रहे हैं।'

LIVE Rajasthan Political Crisis: 

 कांग्रेस ने फोन टैपिंग मामले में सीबीआइ जांच की मांग पर सवाल खड़े किए

कांग्रेस ने फोन टैपिंग मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) से जांच कराने की मांग पर सवाल खड़े किए हैं। पार्टी के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा की सीबीआइ जांच की मांग 'क्लीन चिट' देने और 'सच को दबाने' के लिए की गई है। वहीं राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है, 'अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) ने कहा कि उन्हें फोन टैपिंग की जानकारी नहीं है। इसलिए सवाल यह है कि क्या राजस्थान सरकार इस तरह के किसी भी टैपिंग की अनुमति दे सकती है? गृह मंत्रालय ने इस मामले का संज्ञान लिया है और मुझे लगता है कि कई चीजें सामने आएंगी।'

फोन टैपिंग मामले में प्रताप सिंह खाचरियावास ने भाजपा को घेरा

फोन टैपिंग मामले में राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि गृह विभाग मामले में कूदा क्योंकि उनके नेताओं ने वहां जाकर अनुरोध किया है कि हम फंस जाएंगे, एसओजी के पास इसके पूरे सबूत हैं। देश को राष्ट्र को सीएम की ईमानदारी के बारे में पता है। उन्होंने कहा है कि अगर ऑडियो गलत साबित होता है, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। गजेंद्र सिंह, गुलाब चंद कटारिया, सतीश पूनिया, राजेंद्र राठौर ने ऑडियो को झूठा बताया। क्या वे सीएम जैसा बयान दे सकते हैं? नरेंद्र मोदी और अमित शाह को सामने आना चाहिए, उन्हें कहना चाहिए कि क्या वे इस्तीफा देंगे। सीएम ने साफ कहा। 

गहलोत समर्थक विधायक होटल में खेल रहे अंताकक्षरी 

राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायक जयपुर में फेयरमोंट में ठहरे हुए हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ ने उनका एक वीडियो जारी किया है। इसमें वे अंताकक्षरी खेलते दिखाई दे रहे हैं। 

सिंघवी का ट्वीट

सिंघवी ने ट्वीट करके कहा, ' केंद्रीय मंत्री समेत राजस्थान के विधायकों और हॉर्स ट्रेडिंग और सरकार गिराने के गंभीर आरोप लगे हैं। मामले मे एफआइआर दर्ज हो गई है और पुलिस जांच जारी है। इसमें बाधा डालने के लिए भाजपा ने सुविधा अनुसार सीबीआइ जांच की मांग की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय भी इसमें कूद गया है। क्या क्लीन चिट देने और सच्चाई को दबाने के लिए मामले की जांच सीबीआइ के सौंप दी जाएगी!'

किसी निजी व्यक्ति के पास फोन टैप करने का अधिकार नहीं- कटारिया

वहीं राज्य में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सरकार के पास फोन टैप करने का अधिकार है, लेकिन  गृह विभाग के संज्ञान में लाने और अनुमति मिलने के बाद ही ऐसा किया जा सकता है। किसी निजी व्यक्ति के पास ऐसा करने के लिए अधिकार नहीं है। कोई लोकेश शर्मा ने यह किया, जो सीएम के ओएसडी बताए जा रहे हैं। वह इसके लिए अधिकृत नहीं हैं। उन्होंने कानून का उल्लंघन किया है।

गृह मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी

समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार सूत्रों ने शनिवार को जानकारी दी कि गृह मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव से राज्य में फोन-टैपिंग मुद्दे पर एक रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले शनिवार को भाजपा ने राजस्थान राजनीतिक संकट के संबंध में फोन टैपिंग के मामले की सीबीआइ जांच की मांग की थी और इसे लेकर कई सवाल उठाए थे कि क्या कांग्रेस फोन टैपिंग में लिप्त है? 

भाजपा ने की सीबीआइ जांच की मांग

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, 'हम इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग करते हैं, चाहे फोन टैपिंग हुई हो या एसओपी का पालन किया गया हो। क्या राजस्थान में आपातकालीन स्थिति है? क्या सभी राजनीतिक दलों को इस तरह से निशाना बनाया जा रहा है? राज्य सरकार को जवाब देना चाहिए कि क्या वह फोन टैपिंग में लिप्त है? मुख्यमंत्री और उनके अन्य नेता कह रहे हैं कि ऑडियो प्रामाणित है, जबकि एफआइआर में इसका जिक्र कथित तौर पर किया गया है।' 

बसपा का गहलोत सरकार पर हमला

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधींद्र भदोरिया ने अशोक गहलोत सरकार की कथित फोन टैपिंग को लेकर आलोचना की है और कहा है कि इस तरह की निगरानी गैर-लोकतांत्रिक और संविधान विरोधी है। समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए भदौरिया ने कहा, 'मुझे लगता है कि फोन टैपिंग का मुद्दा बहुत गंभीर है। यह संविधान और लोकतांत्रिक मानदंडों की भावना के खिलाफ है। फोन टैपिंग में शामिल सभी लोगों की जांच की जानी चाहिए। इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। '

मामले में दोनों पार्टियों ने केस दर्ज कराया

कांग्रेस नेता महेश जोशी द्वारा शुक्रवार को राजस्थान सरकार को गिराने की कथित साजिश पर ऑडियो क्लिप से संबंधित दो प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वहीं भाजपा ने भी नेताओं की छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए सुरजेवाला सहित कांग्रेस नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराया है।


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