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उपचुनाव और निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी राजस्थान भाजपा, धन्यवाद कार्यक्रमों को बनाया आधार

उपचुनाव अगस्त सितंबर में होने की संभावना बताई जा रही है। इसके बाद नवंबर में राजस्थान में जयपुर नगर निगम सहित 46 नगरीय निकायों के चुनाव भी होने हैं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Wed, 05 Jun 2019 11:40 PM (IST)Updated: Wed, 05 Jun 2019 11:40 PM (IST)
उपचुनाव और निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी राजस्थान भाजपा, धन्यवाद कार्यक्रमों को बनाया आधार
उपचुनाव और निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी राजस्थान भाजपा, धन्यवाद कार्यक्रमों को बनाया आधार

जयपुर, मनीष गोधा। राजस्थान में कांग्रेस जहां अपनी अंदरूनी खींचतान में उलझी है, वहीं लोकसभा चुनाव में मिली एकतरफा जीत से उत्साहित राजस्थान भाजपा ने अब विधानसभा की दो सीटों के उपचुनाव और नवंबर में होने वाले नगरीय निकाय चुनावों की तैयारी भी शुरू कर दी है। खास बात यह है कि लोकसभा चुनाव में मिली जीत के लिए आभार और धन्यवाद कार्यक्रमों के जरिए ही भाजपा इन चुनावों की तैयारी शुरू कर रही है।

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लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद राजस्थान कांग्रेस दो खेमों में बंटी दिख रही है और इन दोनों ही खेमों की आपसी खींचतान बढ़ती जा रही है, वहीं भाजपा ने जीत से मिले उत्साह को बनाए रखते हुए राजस्थान की खींवसर और मंडावा विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव और नवंबर में जयपुर सहित 46 बड़े नगरीय निकायों के चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है, जबकि अभी उपचुनाव की तारीख भी घोषित नहीं हुई है। राजस्थान की खींवसर सीट से विधायक हनुमान बेनीवाल और मंडावा सीट से विधायक नरेंद्र खींचड़ के सांसद बनने से यह सीटें खाली हो गई हैं।

नगरीय निकाय चुनाव भीं होंगे
इसलिए इन पर उपचुनाव होना है। यह उपचुनाव अगस्त, सितंबर में होने की संभावना बताई जा रही है। इसके बाद नवंबर में राजस्थान में जयपुर नगर निगम सहित 46 नगरीय निकायों के चुनाव भी होने हैं। इस बार राजस्थान में नगरीय निकाय चुनाव में निकाय अध्यक्ष का सीधा चुनाव होगा, यानी वह चुने हुए पार्षदों में से नहीं चुना जाएगा बल्कि जनता सीधे अपने महापौर या नगरीय निकाय अध्यक्ष का चुनाव करेगी। ऐसे में नगर निगम वाले शहरों में यह चुनाव लगभग लोकसभा सीट के बराबर और नगर पालिकाओं में बहुत हद तक विधानसभा सीट के बराबर का चुनाव हो गया है।

निकाय चुनाव में समर्थन की अपील
लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा के कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं और पार्टी इस उत्साह को आगे भी कायम रखना चाहती है। यही कारण है कि पार्टी ने इन चुनावों को लेकर प्रदेश के मुख्य नेताओं की पहली बैठक कर ली है। प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में तय किया गया कि पार्टी अभी से चुनाव के काम में जुटेगी। प्रदेशभर में चार से 11 जून तक मंडलस्तर तक लोकसभा चुनाव की जीत के लिए आभार और धन्यवाद कार्यक्रम किए जाएंगे और इनके जरिए मतदाओं को धन्यवाद देने के साथ ही निकाय चुनाव में समर्थन की अपील भी की जाएगी।

इसके अलावा निकाय चुनावों को लेकर जल्द ही चुनाव अधिकारी नियुक्त किया जाएंगे और तीन कमेटियां भी बनाई जाएंगी, जो निकाय और विधानसभा उप चुनाव का प्रबंधन करेंगी। साथ ही इन चुनावों में प्रत्याशी चयन को लेकर रिपोर्ट तैयार करेंगी। विधानसभा उपचुनाव का काम नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की देखरेख में होगा। अन्य समितियों का गठन भी जल्द ही किया जाएगा।

दिल्ली में सदस्यता अभियान की बैठक
प्रदेश अध्यक्ष सैनी ने बताया कि बैठक में सदस्यता अभियान को फिर से चलाने पर भी चर्चा की गई। दिल्ली में 10 जून को सदस्यता अभियान को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बैठक लेंगे, जिसमें नए सिरे से सभी राज्यों को लक्ष्य दिए जाएंगे। इसके साथ ही 14 जून को पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक होगी। जून के महीने में संगठन के चुनावों की तैयारी भी की जाएगी।

दिसंबर में भाजपा को नया प्रदेशाध्यक्ष तो वहीं भाजपा को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा। बैठक में कुछ कार्यक्रम भी तय किए गए। इसके तहत छह जून को महाराणा प्रताप जयंती, 21 जून को मंडलस्तर पर तक योग दिवस के कार्यक्रम, 22 जून को सुंदर सिंह भंडारी की पुण्यतिथि और 23 जून को श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस मनाया जाएगा।  

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