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राहुल का पीएम मोदी का वार, कहा- सच के लिए लड़ने वाले किसानों को नहीं रोक सकती दुनिया की कोई सरकार

केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का साथ देते हुए कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को चुनौती दे डाली। उन्‍होंने कहा कि दुनिया की कोई भी सरकार सच्‍चाई के लिए लड़ने वाले किसानों को नहीं रोक सकती।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 05:36 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 05:36 PM (IST)
राहुल का पीएम मोदी का वार, कहा- सच के लिए लड़ने वाले किसानों को नहीं रोक सकती दुनिया की कोई सरकार
किसानों के आंदोलन को कांग्रेस का साथ

 नई दिल्‍ली, प्रेट्र। केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी है। उन्‍होंने शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बगैर सच्‍चाई के लिए जंग लड़ने वाले किसानों को दुनिया की कोई भी सरकार नहीं रोक सकती है। दरअसल, आज नए कृषि कानूनों के खिलाफ 'दिल्‍ली चलो (Delhi Chalo) रैली ' के तहत हजारों किसान हाथ में झंडा लिए और नारेबाजी  करते हुए दिल्‍ली के विभिन्‍न एंट्री प्‍वांइट पहुंचे। इन्‍हें रोकने के लिए पुलिस ने जगह-जगह पर बैरिकेड लगाए, आंसू गैस के गोले भी दागे लेकिन बाद में इन किसानों को प्रवेश के साथ ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन की भी इजाजत दी गई। 

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राहुल ने कहा- वापस लेना होगा कानून  

राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में बताया कि प्रधानमंत्री को यह याद रखना चाहिए कि सच्‍चाई को दबाने की कोशिशें नाकाम हो जाती हैं। उन्‍होंने कहा,'दुनिया की कोई भी सरकार सच्‍चाई के लिए जंग लड़ने वाले किसानों को नहीं रोक सकती।' मोदी सरकार को किसानों की मांगों से सहमत होना होगा और इन काले कानूनों को वापस लेना होगा। यह तो बस शुरुआत है!' उन्‍होंने यह ट्वीट 'IamWithFarmers' हैशटैग के साथ किया। 30 से अधिक कृषि निकायों का प्रतिनिधित्‍व करने वाले पंजाब के किसानों ने ऐलान किया था कि कृषि कानूनों के विरोध में आयोजित रैली के लिए ये विभिन्‍न मार्गों- लालरु (Lalru), शंभू (Shambhu), पटियाला-पेहोवा (Patiala-Pehowa), पटरन-खनौरी (Patran-Khanauri), मूनक-तोहाना (Moonak-Tohana), रतिया-फरीदाबाद (Ratia-Fatehabad) और तलवंडी-सिरसा (Talwandi-Sirsa) से होते हुए दिल्‍ली जाएंगे।  

 किसानों की मांग को कांग्रेस का समर्थन  

किसान की ओर से नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की जा रही है। इनका कहना है कि इसकी जगह दूसरे कानून लाए जाने चाहिए। साथ ही वे न्‍यूनतम समर्थन कीमतों की गारंटी चाहते हैं।  किसानों की मांग को समर्थन देते हुए कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि जब उनकी सरकार बनेगी तो वे इन कानूनों को खत्‍म कर देंगे। इस क्रम में राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के प्रवक्‍ता रणदीप सुरजेवाला और  कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी किसानों के प्रति समर्थन जताया है।  

एक देश एक व्‍यवहार पर अमल करें पीएम: प्रियंका  

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी किसानों की मांगों को पूरा कराने के लिए उनके साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़ी है। उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ‘एक देश, एक चुनाव’ की बात करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों के संदर्भ में ‘एक देश, एक व्यवहार’ पर अमल करना चाहिए।  प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, 'किसानों की आवाज दबाने के लिए पानी बरसाया जा रहा है, सड़कें खोदकर रोका जा रहा है लेकिन सरकार उनको ये दिखाने और बताने के लिए तैयार नहीं है कि एमएसपी का कानूनी हक होने की बात कहां लिखी है। एक देश, एक चुनाव की चिंता करने वाले प्रधानमंत्री जी को एक देश, एक व्यवहार भी लागू करना चाहिए।'  

किसानों से मिले सुरजेवाला  

वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा, 'हम सोनिया गांधी व राहुल गांधी द्वारा कही गई बात को दोहराते हैं कि जिस दिन हमारी सरकार बनेगी हम इन कानूनों को उखाड़ फेकेंगे।' उन्‍होंने आगे कहा, 'किसानों कि ये लड़ाई राजनीतिक नहीं बल्‍कि रोजी-रोटी और खेती के लिए है। कांग्रेस और सभी विपक्षी दल किसानों के साथ खड़े हैं। इसके लिए हमें जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी, वो हम देंगे।'  उन्होंने इस बात पर जोर दिया, 'किसान को न्यूनतम समर्थन दीजिए, हम आपकी तारीफ करेंगे। लेकिन किसान को लाठियां मारेंगे, आंसू गैस के गोल छोड़ेंगे, पानी की बौछार मारेंगे तो इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।' इसके अलावा उन्‍होंने धमकी भरे लहजे में बोला कि यदि  किसान ने अनाज पैदा करना छोड़ दिया तो दिल्ली का दरबार ध्वस्त हो जाएगा।' 


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