राहुल की झप्पी पर राजनाथ की चुटकी, बोले- लोकसभा में शुरू हुआ 'चिपको आंदोलन'
राजनाथ ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष बेहद कमजोर है, भाजपा के खिलाफ सबको साथ में आना पड़ा।
नई दिल्ली, जेएनएन। संसद के मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल ने देश में बेरोजगारी, किसान, गरीबी और राफेल समेत कई तमाम मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा। भाषण के दौरान राहुल के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहे। हालांकि, राहुल ने अपनी बात खत्म करने के बाद कुछ ऐसा कर दिया जिससे लोकसभा में मौजूद सभी सदस्य हैरान रह गए। दरअसल, राहुल गांधी ने अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाकर गले लगा लिया। इस दौरान पीएम मोदी भी मुस्कुराते रहे। उन्होंने भी पीठ थप थपाकर राहुल को बधाई दी। हालांकि, राहुल के इस कदम के बाद उन्हें आलोचनाओं का शिकार भी होना पड़ा।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी की झप्पी पर चुटकी लेते हुए कहा कि लोकसभा में 'चिपको आंदोलन' शुरू हो गया है।
'1984 में हुई मॉब लिंचिंग की सबसे बड़ी घटना'
मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर जवाब देते हुए उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। राजनाथ सिंह ने कहा, 'मॉब लिंचिंग की घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हमने राज्य सरकारों से कहा है कि इससे कड़े तरीके से निपटे। लेकिन, जो लोग इस मसले को उठा रहे हैं उन्हें यह बता देना चाहता हूं कि देश में मॉब लिंचिंग की सबसे बड़ी घटना 1984 में सिख नरसंहार के समय हुई थी।'
'अधिकतर राज्यों में भाजपा सरकार'
सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि जनता ने सरकार को चुना है। कभी दो सांसदों वाली भाजपा की आज देश के ज्यादातर राज्यों में सरकार है। केरल जैसे राज्य में आज भाजपा ने अपनी पैठ बनाई है। त्रिपुरा में साम्यवादी सरकार के बीच भी भाजपा ने जीत हासिल की है।
राजनाथ ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान हमने बहुमत का सम्मान किया और कभी अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात नहीं की क्योंकि हमारा बहुमत में भरोसा है। हमे पता था कि यूपीए सरकार के पास पूर्ण बहुमत था। ये समझना चाहिए कि देश की आजादी के बाद पहली बार किसी गैर-कांग्रेसी सरकार ने बहुमत प्राप्त किया है। ऐसी सरकार के प्रति हम अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कर रहे हैं। ये अविश्वास प्रस्ताव पूरी तरह से अनावश्यक है।
'विपक्ष की स्थिति बेहद कमजोर'
राजनाथ ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष बेहद कमजोर है, भाजपा के खिलाफ सबको साथ में आना पड़ा। लेकिन, विपक्ष के साथियों को एक दूसरे पर विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि इस वक्त दुनिया में सबसे तेज़ी से किसी देश की अर्थव्यस्था बढ़ रही है तो वो भारत की अर्थव्यस्था है।