'गैर-कांग्रेसी, गैर-भाजपा मोर्चा' बनाने का प्रस्ताव जोर पकड़ने लगा, राव को मिला समर्थन
राव का विचार है कि जो लोग भी देश के बारे में अलग-अलग तरीके से सोच रहे हैं उन्हें राजनीति में गुणवत्तापूर्ण बदलाव के लिए भागीदार बनाया जाए।
नई दिल्ली, प्रेट्र। 'गैर कांग्रेसी, गैर भाजपा मोर्चा' बनाने का प्रस्ताव जोर पकड़ने लगा है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने जहां इसके लिए द्रमुक से संपर्क साधा है, वहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) को भी इस तरह के प्रयासों के लिए समर्थन मिल रहा है। तेलंगाना मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने सोमवार को राव से फोन पर बात की और तीसरा मोर्चा जैसे संगठन की योजना के लिए समर्थन जताया।
तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता राव ने दो दिन पहले कहा था कि वह राष्ट्रीय राजनीति में भाग लेने के इच्छुक हैं ताकि 'बदलाव' लाया जा सके। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और महाराष्ट्र के दो सांसदों सहित कई नेताओं ने राव के प्रस्ताव का समर्थन किया है।
राव का विचार है कि जो लोग भी देश के बारे में अलग-अलग तरीके से सोच रहे हैं उन्हें राजनीति में गुणवत्तापूर्ण बदलाव के लिए भागीदार बनाया जाए। इसलिए वह सेवानिवृत्त आइएएस, आइपीएस, आइएफएस और आइआरएस अधिकारियों से मुलाकात करेंगे जो विभिन्न स्तरों पर प्रशासन का हिस्सा रहे हैं और काफी अनुभव रखते हैं।
वह अर्थशास्त्रियों और केंद्र के सेवानिवृत्त सचिवों के अलावा, मीडिया घरानों, पत्रकारों, उद्योग घरानों और श्रम संगठनों के साथ भी बैठक करेंगे। इनका आयोजन हैदराबाद के साथ नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और अन्य स्थानों पर भी किया जाएगा। उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे से भी बात की है। शिवसेना भले ही महाराष्ट्र और केंद्र में भाजपा सरकार के साथ है, लेकिन वह भाजपा और उसके नेतृत्व की आलोचक रही है।