कश्मीर में श्रीश्री रविशंकर के सम्मेलन में हंगामा, जाकिर मूसा के लगे नारे
डल झील के किनारे पैगाम-ए-मोहब्बत सम्मेलन का आयोजन जम्मू कश्मीर सिविल सोसाइटी ने किया था।
श्रीनगर, जेएनएन। दुनिया भर में प्रेम और सौहार्द की लौ जलाने में जुटे आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर को शनिवार को कश्मीर में जिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, उसके बारे में शायद ही उन्होंने कभी सोचा होगा।
श्रीश्री अपना पैगाम-ए-मोहब्बत सुनाने ही वाले थे कि हंगामा हो गया और कुछ लोगों ने आतंकी जाकिर मूसा के नारे भी लगा दिए। ऐसे में आध्यात्मिक गुरु को अपना भाषण मात्र चार मिनट में ही छोड़ना पड़ा और कार्यक्रम समाप्त हो गया।
डल झील के किनारे पैगाम-ए-मोहब्बत सम्मेलन का आयोजन जम्मू कश्मीर सिविल सोसाइटी ने किया था। श्रीश्री ने पहली बार यहां किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
उन्होंने कश्मीरी भाषा में ही अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने शांति व सौहार्द बनाए रखने के लिए सभी से सहयोग मांगा। मंच से श्रीश्री कश्मीर को एशिया का स्विट्जरलैंड बनाने का यकीन दिला ही रहे थे कि वहां आए लोग उठकर जाने लगे। कई लोगों ने गुस्से में मूसा-मूसा के नारे भी लगाए।
आयोजकों ने जब यह देखा तो परेशान हो गए। उधर, इस मसले पर श्रीश्री ने कहा कि सम्मेलन हमने आयोजित नहीं किया था बल्कि यहां की सिविल सोसाइटी के आमंत्रण पर ही लोग यहां आए थे। अलग--अलग जगहों से आए सभी लोगों के प्रतिनिधिमंडलों से मैं मिलने वाला हूं।