मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में प्रियंका के रोड शो की तैयारी, सिंधिया से करेंगी हिसाब चुकता
कमल नाथ सरकार गिराने के लिए कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया को दोषी ठहराती रही है इसलिए वह कांग्रेस और गांधी परिवार के निशाने पर हैं। सिंधिया से हिसाब चुकता करने के लिए कांग्रेस उनके गढ़ में प्रियंका गांधी वाड्रा का रोड शो कराने की तैयारी कर रही है।
धनंजय प्रताप सिंह. भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के जरिये सत्ता में वापसी का गणित भले ही कांग्रेस के लिए मुश्किलभरा हो, लेकिन पार्टी जीत के लिए पुरानी परिपाटी को छोड़ने में भी गुरेज नहीं कर रही है। कांग्रेस की नैया पार लगाने के लिए उपचुनाव में गांधी परिवार का चेहरा मोर्चा संभाल रहा है। मप्र कांग्रेस ने पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को उपचुनाव में बुलाया है।
मां पीतांबरा के दर्शन के बहाने उपचुनाव में प्रियंका के रोड शो की तैयारी में कांग्रेस
प्रियंका दतिया स्थित मां पीतांबरा देवी के दर्शन के बहाने आ रही हैं, लेकिन वे उपचुनाव की छह सीटों से गुजरते हुए रोड शो भी करेंगी। उनका कार्यक्रम राजस्थान से सड़क मार्ग से प्रवेश कर मुरैना, ग्वालियर और डबरा होते हुए दतिया तक पहुंचने का बनाया जा रहा है।
सिंधिया से हिसाब चुकता करना चाहता है गांधी परिवार
दरअसल, कमल नाथ सरकार गिराने के लिए कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया को दोषी ठहराती रही है, इसलिए वह कांग्रेस और गांधी परिवार के निशाने पर हैं। सिंधिया से हिसाब चुकता करने के लिए ही कांग्रेस उनके गढ़ में प्रियंका गांधी वाड्रा का रोड शो कराने की तैयारी कर रही है।
सिंधिया के प्रभाव वाली सीटों पर भाजपा को कड़ी टक्कर देने की रणनीति
कांग्रेस को उम्मीद है कि प्रियंका के आने से इन क्षेत्रों में कार्यकर्ता सक्रिय होंगे, क्योंकि अभी मुश्किल यह है कि सिंधिया के प्रभाव वाला क्षेत्र होने के कारण यहां पार्टी कार्यकर्ताओं की कमी के साथ ही भरोसे के संकट से भी जूझ रही है। वह कड़ी टक्कर देने वाले प्रत्याशी के लिए भी दूसरे दलों के बागियों पर आश्रित है।
मां पीतांबरा के मंदिर में गांधी परिवार पीढ़ियों से हाजिरी लगाता आया
कांग्रेस प्रियंका के इस प्रस्तावित दौरे को सियासी करार देने से बच रही है। उसका तर्क है कि मां पीतांबरा के दर्शन के लिए गांधी परिवार पीढ़ियों से हाजिरी लगाता आया है। पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी यहां आकर दर्शन कर चुके हैं। 2018 में राहुल गांधी ने यहां दर्शन पूजन कर चुनावी अभियान शुरू किया था।
एक तीर से कई निशाने
कांग्रेस प्रियंका का रोड शो कर एक तीर से कई निशाने लगाना चाहती है। 2018 में राहुल गांधी की मंदसौर रैली ने मप्र विस चुनाव-2018 की तस्वीर ही बदल दी थी। उपचुनाव में प्रियंका भी संदेश देना चाहेंगी कि कांग्रेस में युवा नेताओं को भरपूर मौका दिया जा रहा है। प्रियंका उत्तर प्रदेश में लगातार सक्रिय हैं। रोड शो से सफलता मिलने की स्थिति में उत्तर प्रदेश में प्रियंका की पैठ और गहरी होगी। वहां भी कार्यकर्ताओं का नया कैडर मजबूत हो सकता है।
सीधे तौर पर गांधी परिवार देश की जनता के विश्वास, त्याग, सेवा और समर्पण का पर्याय बन चुका है। इस लिहाज से प्रियंका गांधी का दौरा कांग्रेस के प्रति जनता के भरोसे की कसौटी पर खरा साबित होगा -केके मिश्रा, मीडिया प्रभारी (उपचुनाव)।
प्रियंका का उपचुनाव में आना ये बताता है कि कमल नाथ और दिग्विजय सिंह सहित तमाम नेताओं के वश में अब यह चुनाव नहीं है-रजनीश अग्रवाल प्रवक्ता, भाजपा मप्र।