पीएम मोदी बोले- कांग्रेस आइसीयू में, खुद को बचाने के लिए गठबंधन के सपोर्ट सिस्टम पर निर्भर
प्रधानमंत्री ने कहा कि महागठबंधन में नेतृत्व और नीतियों को लेकर भ्रम की स्थिति है।
नई दिल्ली, आइएएनएस/प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन थोपने की कोशिश कर रही कांग्रेस दरअसल इन्टेंसिव केयर यूनिट (आइसीयू) में है। गठबंधन बनाने में उसके साझीदार असल में उसका सपोर्ट सिस्टम हैं।
पीएम मोदी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान एक पार्टी कार्यकर्ता के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह विपक्षी एकता का मामला नहीं है। बल्कि यह 'महागठबंधन' के नाम पर कुछ राजनीतिक दलों की ब्रांडिंग करने का प्रयास है। यह महागठबंधन कुछ अवसरवादी राजनीतिक दलों का अपनी कमजोरियां छिपाने की कोशिश है। वह दलों का गठबंधन सिलने की कोशिश कर रहे हैं और हम लोगों के दिलों को सिलने की कोशिश कर रहे हैं। यह उनकी विवशता है जबकि हमारा काम संबंधों को सीना है जोकि हमारा राष्ट्रीय दायित्व है।
महागठबंधन में नेतृत्व और नीतियों पर भ्रम की स्थिति
प्रधानमंत्री ने कहा कि महागठबंधन में नेतृत्व और नीतियों को लेकर भ्रम की स्थिति है। उनके इरादे भ्रष्ट हैं। उनका सिर्फ एक ही मकसद है, 'मोदी हटाओ'। जबकि हमारी प्रतिबद्धता विकास के पथ पर आगे बढ़ते जाना है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन का विचार ही भाजपा की बढ़ती ताकत के कारण आया है। मैं जानना चाहता हूं कि एक बार गठबंधन के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर चुकी कांग्रेस अब उसके पीछे क्यों भाग रही है?
गठबंधन बनाने में कांग्रेस के साझीदार उसका सपोर्ट सिस्टम
कुछ साल पहले कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में यह कहते हुए प्रस्ताव पारित किया था कि हम अब कोई गठबंधन नहीं करेंगे। अब क्या कारण है कि वह किसी भी दल के साथ गठबंधन करने को तैयार हैं? आज वह कह रहे हैं, मुझे बचा लो। मोदी ने कहा कि जब एक मरीज को आइसीयू में रखा जाता है तो उसे जीवित रखने के लिए एक अलग किस्म का सपोर्ट सिस्टम दिया जाता है। कांग्रेस राजनीतिक दलों का एक सपोर्ट सिस्टम स्थापित कर रही है, ताकि वह खुद को बचा सके।
भाजपा को अकेले नहीं हरा पाने का अहसास
मोदी ने कहा कि कांग्रेस का एक महागठबंधन बनाने का प्रयास 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा पर कोई असर नहीं डालेगा। अगर भाजपा सरकार ने कोई गलती की होती या उसकी लोकप्रियता का ग्राफ गिरा होता या फिर प्रधानमंत्री ने कोई गलती की होती तो क्या ये लोग गठबंधन बनाते? विपक्षी दल भाजपा से इतने अधिक डरे हुए हैं कि उन्हें अहसास हुआ कि वह भाजपा को कभी भी अकेले नहीं हरा पाएंगे। वह मेलमिलाप इसीलिए कर रहे हैं क्योंकि वह भाजपा के सामने नहीं टिक पाएंगे। उनका मकसद एक परिवार का कल्याण है जबकि हमारा मकसद देश का कल्याण। देश उन्हें इन्हीं मुद्दों पर आंकेगा।
कार्यकर्ताओं को नारा-मेरा बूथ सबसे मजबूत
नमो ऐप से भाजपा के जयपुर (ग्रामीण), नवादा, गाजियाबाद, हजारीबाग और अरुणाचल पश्चिमी संसदीय क्षेत्र के संसदीय क्षेत्रों के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वह अगले आम चुनावों में जीत को सुनिश्चित करने के लिए 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' के मंत्र पर काम करें। हवा भाजपा के पक्ष में बह रही है बल्कि यह 2014 से भी तेज है। इसके तेज बहाव के आगे टिकने की कोशिश में विपक्षी दल एक-दूसरे का हाथ थामने की कोशिश कर रहे हैं।
लोकतंत्र में बातचीत जरूरी: मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोकतंत्र और राजनीतिक प्रणाली में संवाद जरूरी है। भाजपा विजय यात्रा के लिए अपने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की आभारी है। भाजपा देश के हरेक कोने में फैल गई है। इसका श्रेय पार्टी के आम कार्यकर्ताओं की प्रतिबद्धता और कर्मठता को जाता है। प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में वोटरों से सतत संवाद बनाए रखें और यह सुनिश्चित करें कि हर बूथ पर कम से कम 20 परिवार तथा युवा पार्टी के साथ काम करे।