राज्यसभा में बगैर चर्चा के पास हुआ राष्ट्रपति का अभिभाषण
राज्यसभा में पूरा बजट सत्र ही हंगामे की भेंट चढ़ गया। सरकार ने कुछ ही मिनटों के भीतर राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव को बगैर किसी चर्चा के पारित करा लिया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा में पूरा बजट सत्र ही हंगामे की भेंट चढ़ गया। बुधवार को जैसे-तैसे कुछ जरूरी काम-काज को निपटाने के लिए सहमति बनी, जिसमें राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव सहित बजट को बगैर किसी चर्चा के कुछ ही मिनटों में पारित करा लिया गया। हालांकि इस बीच हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही को दो-बार स्थगित भी करना पड़ा। इस बीच सरकार को कुछ जरूरी बिल को भी बगैर चर्चा के पारित कराने में भी सफलता मिली।
राज्यसभा में बुधवार को कार्यवाही शुरु होने के साथ सभापति ने जरूरी काम-काज निपटाने के लिए विपक्षी सदस्यों के साथ लंबी चर्चा की। जिसमें राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव, बजट और वित्त विधेयक को पारित कराने को लेकर सहमति बनी। हालांकि इससे पहले राज्यसभा में राफेल पर सीएजी की रिपोर्ट पेश होने के चलते कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिसके चलते सदन को आधे घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा।
जब 12 बजे फिर सदन का काम-काज शुरू हुआ, तो सरकार ने कुछ ही मिनटों के भीतर राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव, बजट और वित्त विधेयक को बगैर किसी चर्चा के पारित करा लिया।
सरकार के लिए हालांकि यह एक बड़ी उपलब्धि रही, क्योंकि चुनाव सामने देख विपक्षी सदस्य सरकार को घेरने का मौका नहीं छोड़ना चाहते थे, लेकिन इसे बगैर चर्चा के ही पारित करा लिया गया। इस बीच सरकार ने कुछ जरूरी बिलों को भी पारित कराने में सफलता मिली, जबकि विपक्ष ने सरकार की ओर से लाए गए उपभोक्ता संरक्षण विधेयक पर विरोध कर दिया, जिसके चलते उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।