पीएम बेबाकी से कहें हमलावर है चीन, पार्टी ने पूछे पांच सवाल, मोदी अपना राजधर्म निभाएं: कांग्रेस
सिब्बल ने कहा कि इशारों से बात नहीं बनेगी और पीएम चीनी घुसपैठ की बात कहेंगे तो कांग्रेस समेत पूरा देश उनके साथ खड़ा होगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीनी घुसपैठ पर आक्रामक तेवर दिखा रहे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार को आगाह किया है कि चीनी अतिक्रमण के खिलाफ लद्दाख की जनता की आवाजों की अनदेखी देश को महंगी पड़ सकती है। वहीं कांग्रेस ने चीनी अतिक्रमण को लेकर आयी तस्वीरों का हवाला देते हुए सरकार से चीनी घुसपैठ पर पांच सवालों का जवाब मांगा।
कांग्रेस ने पूछे पांच सवाल, सिब्बल ने कहा राजधर्म निभाएं पीएम मोदी
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना राजधर्म निभाएं और चीन की आंखों में आखें डालकर साफ कहें कि हमारी जमीन पर अवैध व दुस्साहसपूर्ण कब्जे को छोड़ना ही होगा। चीन हमलावर है यह कहने में पीएम को झिझक नहीं करनी चाहिए।
राहुल गांधी ने किया आगाह, घुसपैठ के खिलाफ लद्दाखियों के सुर की अनदेखी पड़ेगी महंगी
राहुल गांधी ने लद्दाख के स्थानीय लोगों की चीनी अतिक्रमण की पुष्टि करती एक मीडिया रिपोर्ट टैग करते हुए ट्वीट में कहा 'देशभक्त लद्दाखी चीनी घुसपैठ के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे हैं। इनकी चेतावनियों की अनदेखी करने का भारत को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसलिए भारत की खातिर कृपया इनकी आवाज को सुनें।'
सिब्बल ने चीनी घुसपैठ की बात कबूल नहीं करने को लेकर पीएम मोदी पर साधा निशाना
इस ट्वीट के बाद कपिल सिब्बल ने प्रेस कांफ्रेंस कर चीनी घुसपैठ की बात कबूल नहीं करने को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम ने 2014 में सुहाने सफर और हसीन मौसम के सपने दिखाए मगर 2020 आते-आते डर है कि हम खो न जाएं कहीं।
सिब्बल ने पीएम मोदी से पूछे पांच सवाल
सिब्बल ने विदेशी मीडिया में पैंगोग त्सो लेक की 22 मई की और 23 जून की तस्वीर का हवाला देते हुए कहा कि मई की तस्वीर में कुछ नहीं तो जून की तस्वीर में चीनियों का घुसपैठ व निर्माण दिख रहा है। इसीलिए हमारा पीएम से इस पर पांच सवाल है और पहला कि क्या फिंगर फोर रिज व पैंगोंग त्सो लेक में हमारी जमीन पर कब्जा कर चीन ने वहां हेलीपैड, रडार आदि का निर्माण किया है और क्या यह चीन का घोर हमला नहीं है? दूसरा क्या हॉट स्पि्रंग और गलवन वैली में पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 जहां हमारे 20 सैनिकों ने शहादत दी वह क्या चीन के कब्जे में नहीं है? तीसरा क्या चीन ने वाई जंक्शन तक एलएसी से 18 किलोमीटर अंदर डेपसांग में हमारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है और क्या दौलत बेग ओल्ड एयर स्ट्रिप चीन की थल सेना के निशाने पर नहीं आ गया है?
सिब्बल ने कहा- इशारों से बात नहीं बनेगी, चीनी घुसपैठ की बात कहेंगे तो पूरा देश मोदी के साथ
चौथा क्या लद्दाख के स्थानीय पार्षदों जिसमें भाजपा पार्षद भी हैं ने फरवरी 2020 में चीनियों के हमारी जमीन कब्जे करने को लेकर पीएम को क्या ज्ञापन नहीं दिया था? पांचवा सवाल कि क्या प्रधानमंत्री ने ज्ञापन पर बैठक-कार्रवाई की होती तो चीन के दुस्साहसिक घुसपैठ को पहले ही नहीं रोका जा सकता था? सिब्बल ने कहा कि पंडित नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा गांधी गलवन घाटी गए थे मगर पीएम मोदी वहां से 200 किमी दूर नीमू तक ही गए। सैनिकों के नीमू में संबोधन के दौरान पीएम के चीन का नाम नहीं लेने पर सिब्बल ने कहा कि इशारों से बात नहीं बनेगी और पीएम चीनी घुसपैठ की बात कहेंगे तो कांग्रेस समेत पूरा देश उनके साथ खड़ा होगा।
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संजय मिश्र