पीएम मोदी ने भाषण में आजादी के बाद से अब तक सिर्फ 6 बार खिले इस फूल का किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में दुर्लभ फूल नीलकुरुंजी का जिक्र किया, जानें क्यों ये फूल है खास।
नई दिल्ली, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए जो भाषण दिया, उसे काफी समय तक याद रखा जाएगा। ये भाषण काफी अहम है, क्योंकि यह प्रधानमंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल का अंतिम भाषण है। भाषण के दौरान उन्होंने नीलगिरी की पहाड़ियों में खिलने वाले खूबसूरत नीले रंग के नीलाकुरिन्जी फूल का जिक्र किया।
दरअसल, पीएम मोदी ने इस फूल का जिक्र इसलिए किया, क्योंकि यह 12 साल बाद खिला है। भारत को आज़ाद हुए 71 साल पूरे हो गए हैं और तब से लेकर अभी तक यह फूल सिर्फ 6 बार ही खिला है। पिछली बार यह फूल 2006 में खिला था, अब 2018 में खिल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'नीलगिरी की पहाड़ियों में 12 वर्षों में एक बार नीलकुरुंजी पुष्प खिलता है। ये नीले रंग के पुष्प होते हैं। ये कुछ उसी मानिंद होते हैं जिस तरह तिरंगे में अशोक चक्र स्थित होता है।' उसको सूर्योदय की चेतना से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि देश आज आत्मविश्वास से भरा हुआ है।
बताते हैं कि इस फूल के खिलने के बाद मुन्नार की घाटी हरे रंग से नीले रंग में बदल जाती है। प्रकृति प्रेमियों के साथ ही पयर्टन के शौकीन लोगों के लिए यह दृश्य जन्नत से कम नहीं होता है। इससे पहले मुन्नार में 12 साल पहले साल 2006 में नीलाकुरिन्जी फूल खिला था।