टिकट बंटवारे पर कांग्रेस का यू टर्न, फेसबुक-ट्विटर पर सक्रियता की शर्त हटाई
मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने दावेदारों की फेसबुक लाइक्स और ट्विटर फॉलोअर्स संख्या के रूप में ली जा रही परीक्षा को वापस ले लिया है।
भोपाल (स्टेट ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस ने दावेदारों की फेसबुक लाइक्स और ट्विटर फॉलोअर्स संख्या के रूप में ली जा रही परीक्षा को वापस ले लिया है। पीसीसी के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने शनिवार को अपने तीन दिन पुराने आदेश को निरस्त कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार को सुबह प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचने के बाद सबसे पहले संगठन द्वारा जारी फेसबुक और ट्विटर संबंधी आदेश के बारे में पूछताछ की। उन्होंने विधानसभा चुनाव के दावेदारों के लिए फेसबुक लाइक्स और ट्विटर फॉलोअर्स की संख्या तय किए जाने पर नाराजगी जाहिर की।
बताया जाता है कि इस आदेश को लेकर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने आपत्ति दर्ज कराई थी। गौरतलब है कि पीसीसी ने विधानसभा चुनाव के टिकट की दावेदारी करने वाले नेताओं के लिए फेसबुक और ट्विटर अकाउंट की अनिवार्यता का एक आदेश संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष शेखर ने जारी किया था। इसमें कम से कम फेसबुक लाइक्स 15 हजार और ट्विटर फॉलोअर्स पांच हजार होने पर ही दावेदारी की शर्त रखी गई थी। इस शर्त से कई दावेदार ही नहीं विधायक भी फॉर्मूले में फिट नहीं बैठ रहे थे।
वहीं बीजेपी के नेता इस मुद्दे पर कांग्रेस की चुटकी ले रहे हैं। सूबे के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस जमीनी हकीकत वाली पार्टी नहीं बल्कि हवा हवाई पार्टी है। पार्टी पर सामंतों का राज है। उन्होंने आगे कहा कि जो हाई फाई बातें करते हैं उन्हें ना जमीन अच्छी लगती है ना जमीनी कार्यकर्ता अच्छे लगते हैं।