टीडीपी के खिलाफ संसद में उठी 'एक राष्ट्र एक नीति' की मांग, लोकसभा की कार्यवाही फिर स्थगित
आज भी दोनों सदनों में हंगामा होने के आसार हैं। विपक्ष के साथ ही सहयोगी दल के सदस्य भी अपने रुख पर कायम हैं और लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
नई दिल्ली, एजेंसी। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण जारी है। मगर विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है। लोकसभा और राज्यसभा स्पीकर की चेतावनियों के बावजूद विपक्ष के रुख में बदलाव नहीं आया है। आज भी यही हाल रहा।
लोकसभा में तेलंगाना राष्ट्रीय समिति के सांसदों ने अपनी मांगों को लेकर खूब हंगामा किया, जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही को पहले सोमवार बजे तक के लिए और फिर सोमवार तक के लिए स्थगित करना पड़ा। आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग के खिलाफ तेलंगाना राष्ट्रीय समिति ने 'एक राष्ट्र एक नीति' की मांग की।
वहीं एनडीए से अलग होने के बाद भी टीडीपी का संसद भवन में विरोध-प्रदर्शन जारी है। आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर टीडीपी सांसदों ने एक बार फिर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया और न्याय की मांग को लेकर नारे लगाए।
गुरुवार को भी दोनों सदनों में खूब हंगामा हुआ, जिसकी वजह से कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। खास तौर से राज्यसभा में जमकर विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला। केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले टीडीपी नेता वाईएस चौधरी के बयान पर कांग्रेस के साथ तीखी बहस देखने को मिली।
सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद सदन के नियम 241 के अनुसार चौधरी सदन को यह बताने के लिए खड़े हुए कि उन्होंने सरकार से इस्तीफा क्यों दिया। हालांकि चौधरी ने अपने लिखित संबोधन से इतर यूपीए सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश का विभाजन करने को अन्यायपूर्ण, जल्दबाजी में उठाया गया और अनैतिक फैसला बताया और इस पर ही कांग्रेस ने हंगामा खड़ा कर दिया जिसके बाद कार्यवाही को स्थगित करने पर मजबूर होना पड़ा।
वहीं टीडीपी के अलावा एआएडीएमके के सांसद भी कावेरी मैनेजमेंट बोर्ड के गठन को लेकर संसद भवन में लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। पीएनबी घोटाले को लेकर भी विपक्ष का हंगामा जारी है।