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अनुच्छेद 370 समाप्त होने से बौखलाया पाक, भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को कर रहा परेशान

इस्लामाबाद में खतरे को देख भारतीय उच्चायोग ने पाकिस्तान सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने का आग्रह किया है। भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया नई दिल्ली वापस भी लौट चुके हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 10:53 PM (IST)Updated: Sat, 17 Aug 2019 07:10 AM (IST)
अनुच्छेद 370 समाप्त होने से बौखलाया पाक, भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को कर रहा परेशान
अनुच्छेद 370 समाप्त होने से बौखलाया पाक, भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को कर रहा परेशान

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। धारा 370 समाप्त करने के भारत के फैसले के बाद पाकिस्तान की खीझ अब इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों पर उतर रही है। हालात यह है कि पिछले तीन दिनों से पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने लगातार भारतीय उप उच्चायुक्त को सम्मन कर बुलाया है और उन्हें किसी न किसी मुद्दे पर अपनी नाराजगी जताई है।

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पहले धारा 370 हटाये जाने पर भारतीय उच्चायुक्त को सम्मन किया गया था। उसके बाद सीमा पर हो रहे गोलाबारी को भारतीय उकसावा बताते हुए उप उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया को बुलाया जा रहा है।

मजेदार तथ्य यह है कि भारत पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के इस उकसावे को पूरी तरह से नजरअंदाज कर रहा है। इसके पीछे वजह यह बताया जा रहा है कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय जगत पर ऐसी तस्वीर पेश करना चाहता है कि दोनो देशों के बीच रिश्ते लगातार तनावग्रस्त होते जा रहे हैं।

जिस दिन जम्मू व कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने का फैसला किया गया था उसके कुछ ही दिन बाद पाकिस्तान ने भारत के कूटनीतिक दर्जा को घटाने और नई दिल्ली से अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाने और इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायुक्त को भेजने का फैसला किया था।

भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया नई दिल्ली वापस भी लौट चुके हैं। इस पर पाकिस्तान की इच्छा के विपरीत भारत ने बेहद संयमित बयान दिया था और पड़ोसी देश से आग्रह भी किया था कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे। भारत ने यह भी कहा है कि उच्चायुक्त को वापस बुला लेने से बातचीत का चैनल बंद हो जाएगा।

जाहिर है कि पाकिस्तान इस मुद्दे को और आगे बढ़ाना चाहता है। जानकारों की मानें तो उसकी यह भी मंशा है कि भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को इतना परेशान किया जाए कि सरकार उनकी संख्या घटाने को मजबूर हो जाए। यह भी माना जा रहा है कि उच्चायोग के उच्च अधिकारियों को सम्मन करने का काम कुछ दिनों तक रोजाना होता रहेगा।

भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारी इसे पाकिस्तान की हताशा का परिणाम बता रहे हैं। दूसरी तरफ पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति का कहना है कि, भारत लगातार गोलीबारी करके नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा है और उसकी इस कार्रवाई के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। सनद रहे कि इस्लामाबाद में खतरे को देख भारतीय उच्चायोग ने पाकिस्तान सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने का आग्रह किया है।


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