प्रणब को चिदंबरम की सलाह, संघ को उसी के मंच से समझाइए
चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि अब जब उन्होंने न्योता स्वीकार कर लिया है, तो इस पर बहस का कोई मतलब नहीं है कि उन्होंने क्यों स्वीकार किया?
नई दिल्ली, प्रेट्र। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर कांग्रेस में बेचैनी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि प्रणब को आरएसएस के कार्यक्रम में जाकर उसे समझाना चाहिए कि उसकी विचारधारा के साथ क्या गलत है?
चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि अब जब उन्होंने न्योता स्वीकार कर लिया है, तो इस पर बहस का कोई मतलब नहीं है कि उन्होंने क्यों स्वीकार किया? उससे ज्यादा अहम बात यह कहनी है कि सर आपने न्योते को स्वीकार किया है तो वहां जाइए और बताइए कि उसकी विचारधारा में क्या खामी है।
बता दें कि आरएसएस ने सात जून को नागपुर में होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पूर्व राष्ट्रपति को न्योता दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि मुखर्जी द्वारा संघ का आमंत्रण स्वीकार कर लेने भर से कोई फैसला सुनाना गलत है। जब तक आपको यह पता न चले कि उन्होंने क्या कहा है, आप उन पर राय नहीं दे सकते। उल्लेखनीय है कि कई कांग्रेसी नेताओं ने प्रणब द्वारा आरएसएस का आमंत्रण स्वीकार करने की आलोचना की है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति से 'पंथनिरपेक्षता की रक्षा के लिए' अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।