बेटे कार्ति से पी चिदंबरम ने कहा-चिंता मत करो, मैं हूं ना
पी. चिदंबरम ने बेटे के कंधे पर हाथ रखकर उन्हें सांत्वना देते हुए कहा, 'चिंता मत करो, मैं हूं।' तीन घंटे से भी ज्यादा समय तक चली सुनवाई के दौरान पी. चिदंबरम और नलिनी कोर्ट में ही मौजूद रहे।
नई दिल्ली, आइएएनएस। आइएनएक्स घूस मामले में गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किए गए कार्ति सुनवाई के बाद पिता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और मां नलिनी से मिले। पी. चिदंबरम ने बेटे के कंधे पर हाथ रखकर उन्हें सांत्वना देते हुए कहा, 'चिंता मत करो, मैं हूं।' तीन घंटे से भी ज्यादा समय तक चली सुनवाई के दौरान पी. चिदंबरम और नलिनी कोर्ट में ही मौजूद रहे। कोर्ट ने कार्ति को घर का खाना मुहैया कराने की इजाजत नहीं दी। वह केवल अपनी दवाइयां ले जा सकेंगे। कोर्ट में कार्ति ने अपनी सोने की चेन पहनने की इजाजत मांगी और इसकी धार्मिक वजह बताई। कोर्ट ने इसकी अनुमति भी दे दी। कार्ति के वकील उनसे सुबह और शाम एक घंटे के लिए मिल सकेंगे।
निश्चिंत दिखे कार्ति : कार्ति चिदंबरम ने गुरुवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई के दौरान मीडिया से कोई बातचीत तो नहीं की लेकिन वह काफी निश्चिंत और बेफिक्र नजर आए। उन्हें कड़ी सुरक्षा में विशेष जज सुनील राणा की अदालत में पेश किया गया। उनकी मां नलिनी जो खुद भी वकील है, कार्ति के आने के 15 मिनट बाद कोर्ट पहुंचीं। कार्ति के चार्टर्ड एकाउंटेट एस. भास्करन की जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान उन्होंने बेटे से थोड़ी देर बातचीत भी की।
इसके कुछ देर बाद पी. चिदंबरम ने कोर्ट रूम में प्रवेश किया। कार्ति पिता पी. चिदंबरम को देखकर मुस्कराए और उनके चेहरे का तनाव भी खत्म हो गया। पी. चिदंबरम ने जब कोर्ट रूम में प्रवेश किया, कार्ति के केस सुनवाई शुरू हो चुकी थी। उन्होंने कार्ति से कुछ कहा और पहली पंक्ति में बैठ गए। सुनवाई के दौरान पी. चिदंबरम कई बार मुस्कराते दिखे। सुनवाई खत्म होने और जज द्वारा रिमांड पर फैसला सुनाने के बीच 45 मिनट के ब्रेक में कार्ति को अपने माता-पिता से बातचीत करने का मौका मिला।