कर्नाटक में सियासी ड्रामा- राज्यपाल से मिले कुमारस्वामी, कहा- हमारे पास 117 विधायकों का समर्थन
भाजपा खेमे में उत्साह है क्यों कि बेंगलुरु में जेडीएस व कांग्रेस के विधायकों की बैठक में 78 में से 66 कांग्रेस विधायक मौजूद रहे।
बेंगलुरु [ एएनआई ]। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद राज्य में सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट जनादेश नहीं मिलने के कारण जोड़-तोड़ जारी है। फिलहाल अब गेंद राज्यपाल के पाले में है कि वह किस राजनीतिक दल को सरकार बनाने का मौका देते हैं। राज्यपाल से मुलाकात के लिए कांग्रेस विधायक व एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व में राजभवन पहुंचे।
जेडीएस नेता कुमारस्वामी और कांग्रेस नेता जी. परमेश्वर राज्यपाल से मुलाकात की। कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं ने सभी विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा। मुलाकात के बाद एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि हमारे पास 117 विधायकों का समर्थन है। हमने सभी जरूरी कागजात राज्यपाल को सौंप दिए हैं, जिससे पता लग सके कि हमारे पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या है। राज्यपाल ने हमें भरोसा दिलाया है कि वह संवैधानिक तरीके से फैसला लेंगे।
कांग्रेस के 78 में से 75 कांग्रेस विधायकों ने जेडीएस के समर्थन में हस्ताक्षर किए हैं। जेडीएस ने सभी 38 विधायकों के साथ का दावा किया है। सूत्रों के अनुसार, यदि राज्यपाल द्वारा जेडीएस-कांग्रेस को आमंत्रित नहीं किया गया तो वे गुरुवार को राजभवन के बाहर धरने पर बैठ जाएंगे। वहीं राजभवन के सामने भाजपा के खिलाफ जेडीएस कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं।
राज्य में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण अपना दावा पेश कर रही है, वहीं कांग्रेस भी जेडीएस के दम पर सरकार बनाने की बात कह रही है। इस क्रम में बुधवार को भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार येदियुरप्पा ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
कांग्रेस-जेडीएस की अहम बैठक से गायब रहे विधायक
बेंगलुरु में जेडीएस व कांग्रेस के विधायकों की बैठक खत्म हो गई है। बेंगलुरु स्थित कांग्रेस मुख्यालय में 78 में से 66 कांग्रेस विधायक मौजूद हैं। सूत्रों के अनुसार, कर्नाटक के हैदराबाद क्षेत्र के चार कांग्रेस विधायक राजशेखर पाटिल, नरेंद्र और अनंत सिंह बैठक में नहीं पहुंचे हैं। वहीं, जेडीएस के विधायकों में राजा वेंकटप्पा नायक और वेंकट राव नाडागौड़ा भी बैठक से नदारद रहे हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है, लेकिन 224 सदस्यीय विधानसभा में जादुई आंकड़ा हासिल करने में सफल नहीं रही।
जेडीएस-कांग्रेस के पास जनादेश
जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी ने कहा, 'हम एक बार फिर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष जी परमेश्वर के साथ राज्यपाल से मिलेंगे।' कर्नाटक प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की बात पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'कौन है जावड़ेकर ? ' यह फर्जी खबर है। उन्होंने कहा कि जावड़ेकर समेत कोई भी भाजपा नेता अब तक मुझसे नहीं मिला। कुमारस्वामी ने कहा है कि जेडीएस-कांग्रेस के पास जनादेश है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां भी भाजपा का सत्ता प्रेम दिख रहा है। वह किसी भी कीमत पर सरकार बनाने की जल्दी में है। इसके लिए वह आयकर विभाग का दुरुपयोग कर रही है। उसने भाजपा विधायकों को 100 करोड़ का प्रस्ताव और मंत्री पद का ऑफर दिया है।
खरीद-फरोख्त को बढ़ावा न दें राज्यपाल: कुमारस्वामी
कुमारस्वामी ने कहा, ‘मुझे दोनों ओर से प्रस्ताव मिले। 2004 और 2005 में भाजपा के साथ जाने के कारण मेरे पिताजी के करियर पर काला धब्बा लग गया था अब मुझे इसे हटाने का मौका मिला है। कई ऐसे लोग हैं जो भाजपा को छोड़ हमारे साथ आना चाहते हैं। यदि आप हमारे सदस्यों में से एक लेने की कोशिश करते हैं हैं तो हम भी ऐसा ही करेंगे और इसके डबल आपसे लेंगे। मैं राज्यपाल को भी कह रहा हूं कि वे ऐसा निर्णय न लें जिससे विधायकों के खरीद-फरोख्त को बढ़ावा मिले। भाजपा की अश्वमेध यात्रा उत्तर में शुरू हुई जिसे कर्नाटक में रोका जा रहा है।‘
हम बहुमत साबित करेंगे : भाजपा नेता
भाजपा नेता भगवंत खूबा ने कहा, ‘जब बहुमत साबित करने की बात सामने आती है, पार्टी को नंबर दिखाना होता है, हम पक्का ऐसा करेंगे। मैं खुले तौर पर नहीं बोल सकता लेकिन निश्चित तौर पर हम बहुमत साबित करेंगे।‘ मंगलवार को चुनाव का नतीजा आने के बाद ही राज्यपाल के पास भाजपा और आनन-फानन में बने कांग्रेस व जेडीएस गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
राज्यपाल से मिले येदियुरप्पा
येदियुरप्पा को भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। इस बीच येदियुरप्पा और प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यपाल से मुलाकात की। येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से सरकार बनाने के लिए मौके का आग्रह करते हुए शपथ दिलवाने की गुजारिश की है। जिस पर राज्यपाल ने कहा है कि जल्द ही उचित फैसला लूंगा।
मुकुल रोहतगी ने कहा...
पूर्व अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा, ‘राज्यपाल को सबसे बड़ी पार्टी को बुलाना होगा, जो भाजपा है। उसे भाजपा नेताओं से पूछना चाहिए कि क्या वे सरकार बना सकते हैं। यदि वे इससे इंकार करते हैं तब दूसरी पार्टी को सरकार बनाने के लिए बुलाया जाएगा और यदि वे कहते हैं कि वे सरकार बना सकते हैं तो उन्हें बहुमत साबित करने का समय देना होगा।‘
कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस को नकारा
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को अनैतिक बताते हुए कहा कि कांग्रेस पीछे के दरवाजे से सरकार बनाना चाहती है, जबकि राज्य की जनता ने उसे नकार दिया है। जावड़ेकर ने कहा, ‘जनता भाजपा सरकार चाहती हैं और हम इसे बनाएंगे। कोई भी अप्राकृतिक तनाव उत्पन्न कर सकता है लेकिन कर्नाटक की जनता हमारे साथ है। बैठक के बाद, हम आवश्यक कदम उठाएंगे। कांग्रेस द्वारा पीछे के दरवाजे से प्रवेश का प्रयास किया जा रहा है जो सराहनीय नहीं है।‘
बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि विधायक दल बैठक में नेताओं का चुनाव होगा। हम सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। संभवत: हम राज्यपाल से कल का समय मांगेंगे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जेपी नड्डा, प्रकाश जावड़ेकर भाजपा कार्यालय पहुंच गए हैं।
गुलाम नबी ने लगाया आरोप
कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि कांग्रेस विधायकों को भाजपा धमका रही है। आजाद ने कहा, ‘कोई दूर होने नहीं जा रहा है। भाजपा जो चाहते हैं उन्हें कोशिश करने दो। कांग्रेस विधायकों में असंतोष नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक असंतुष्ट हैं। आजाद ने कहा कि अगर राज्यपाल ने संवैधानिक मूल्यों का पालन नहीं किया और हमें सरकार बनाने के लिए निमंत्रित नहीं किया, तो यहां खूनी संघर्ष होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों के असंतुष्ट होने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन वास्तव में बीजेपी असंतुष्ट है।
विधायकों पर भरोसा: जेडीएस
जेडीएस नेता सारावन ने कहा, ‘मैं नहीं जानता कि भाजपा क्या ऑफर कर रहे हैं लेकिन वे हमारे लोगों को बुलाने की कोशिश कर रहे हैं। हम सब साथ हैं, कोई हमारी पार्टी को छू नहीं सकता। जेडीएस को अपने विधायकों पर पूरा भरोसा है। हमारे विधायक पार्टी के प्रति वफादार हैं।‘