विदेशी सांसदों के श्रीनगर जाने पर संसद में सियासत गरम करेगा विपक्ष
राहुल गांधी की अगुआई में गए 10 से अधिक विपक्षी दलों के सांसदों को भी श्रीनगर एयरपोर्ट से बैरंग वापस लौटा देने का भी आजाद ने जिक्र किया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। यूरोप के कुछ देशों के सांसदों को जम्मू-कश्मीर ले जाने के सवाल पर विपक्ष ने सरकार की घेरेबंदी तेज कर दी है। विदेशी सांसदों के भ्रमण को जम्मू-कश्मीर के आतंरिक मामले में बाहरी दखल मान रहे विपक्ष ने साफ कर दिया है कि सड़क से संसद तक इस मुद्दे पर सरकार को कड़े सवालों के जवाब देने होंगे। संसद के आगामी शीत सत्र में विपक्ष ने अपने सांसदों के जम्मू-कश्मीर जाने पर पाबंदी और विदेशी सांसदों की मेहमानवाजी को लेकर सियासी संग्राम के इरादों का संकेत भी दे दिया है।
देश के सांसदों पर पाबंदी और विदेशी सांसदों की मेहमानवाजी
विपक्षी दलों को सबसे ज्यादा एतराज इस बात को लेकर है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सरकार अपने देश के सांसदों और नेताओं को वहां जाने की इजाजत नहीं दे रही। वहीं, यूरोपीय देशों के जिस 23 सदस्यीय सांसदों के दल को सरकारी मेहमान बनाकर श्रीनगर भेजा गया है उनमें अधिकांश की पृष्ठभूमि विवादित है और उनके अपने देश में ही उनकी विश्वसनीयता सवालों के घेरे में रही है।
कई विदेशी सांसदों की विश्वसनीयता संदेहास्पद हैं
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के अनुसार सरकार का यह पीआर एक्सरसाइज गलत सलाह पर आधारित है। इसमें शामिल कई विदेशी सांसदों की विश्वसनीयता संदेहास्पद रही है और वे अपने देश की मुख्यधारा की कूटनीति के प्रतिकूल विचार रखते हैं।
विरोधियों ने अपनों को रोकने और बाहरियों को घुमाने को बताया गलत
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि यह पहल कूटनीतिक आपदा से कम नहीं और इसके लिए जो भी जिम्मेदार है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रियंका गांधी ने साधा भाजपा के राष्ट्रवाद पर निशाना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा के राष्ट्रवाद पर सवाल उठाया है। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि 'कश्मीर में यूरोपीय सांसदांे को सैर-सपाटा और हस्तक्षेप की इजाजत, लेकिन भारतीय सांसदों और नेताओं को पहुंचते ही हवाई अड्डे से वापस भेजना। बड़ा अनोखा राष्ट्रवाद है यह।' कांग्रेस और वाम दलों के नेताओं ने तो यूरोपीय देशों के इन सांसदों की यात्रा का प्रबंधन करने वाले एनजीओ पर भी सवाल उठाए हैं।
विपक्षी दलों ने शीत सत्र में इस मुद्दे पर सरकार को घेरने के कर दिए अपने इरादे साफ
कांग्रेस समेत विपक्ष के कुछ दलों ने जंतर-मंतर पर एक विरोध सभा कर शीत सत्र में इस मुद्दे पर सरकार को घेरने के अपने इरादे साफ कर दिए। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाब नबी आजाद ने कहा कि विदेशी सांसदों या मेहमानों को जम्मू-कश्मीर ले जाने पर हमें एतराज नहीं। मगर आपत्ति इसको लेकर है कि पांच अगस्त को सूबे का कानून बदलने के बाद से अपने सांसदों और नेताओं को सरकार जम्मू-कश्मीर जाने नहीं दे रही।
राहुल गांधी की अगुआई में सांसदों को श्रीनगर एयरपोर्ट से बैरंग वापस लौटा दिया था
विपक्षी दल सीताराम येचुरी, गुलाम नबी आजाद और दूसरे नेताओं को श्रीनगर या जम्मू एयरपोर्ट से वापस भेजने के वाकये का जिक्र करना नहीं भूले। राहुल गांधी की अगुआई में गए 10 से अधिक विपक्षी दलों के सांसदों को भी श्रीनगर एयरपोर्ट से बैरंग वापस लौटा देने का भी आजाद ने जिक्र किया।
सूबे के तीन पूर्व मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट सदस्य जेल में बंद हैं
उन्होंने कहा कि सूबे के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों और उनके कैबिनेट के सदस्य रहे नेताओं को सरकार ने जेल में रखा हुआ है। जबकि वे खुद भी पूर्व मुख्यमंत्री होते हुए चौथे प्रयास में सुप्रीम कोर्ट की इजाजत से सीमित दौरे की अनुमति हासिल कर सके।