सेना की कार्रवाई पर गर्व, सैनिकों की शहादत का न हो राजनीतिकरण: विपक्षी दल
कांग्रेस समेत 21 राजनीतिक दलों ने पाकिस्तान पर हवार्इ् हमले को लेकर संयुक्त बयान जारी किया है। बयान में कहा गया कि वायुसेना की कार्रवाई पर हमें गर्व है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान के साथ बने तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए विपक्षी दलों ने बुधवार को बैठक तो की, लेकिन इनमें पहले से तय एजेंडे पर कोई चर्चा नहीं हुई। पूरा फोकस मौजूदा हालात के इर्द गिर्द ही रहा। विपक्षी दलों ने इस दौरान सरकार को घेरते हुए सैनिकों की शहादत का राजनीतिकरण करने को लेकर चिंता जताई और कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा का स्थान दलों की राजनैतिक स्वार्थसिद्धि से ऊंचा है। इनमें राजनीतिक लक्ष्यों की पूर्ति का कोई स्थान नहीं हो सकता है।
विपक्षी दलों की इस बैठक का पहले से तय एजेंडा आम चुनाव को लेकर एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर चर्चा का था। इसके लिए सभी विपक्षी दलों के नेताओं को बुलाया गया था। संसद भवन परिसर में हुई इस बैठक में कांग्रेस सहित करीब 21 विपक्षी दलों के नेताओं ने शिरकत की। इनमें एजेंडा बदलने के बाद लेफ्ट पार्टियों के नेताओं ने भी अंतिम समय में शिरकत करने का फैसला लिया। पहले लेफ्ट पार्टियों ने इस बैठक में शामिल होने से मना किया था।
करीब तीन घंटे तक चली इस बैठक के बाद विपक्षी दलों ने एक साझा बयान जारी कर पाकिस्तान के दुस्साहस की कड़ी निंदा की, साथ ही सरकार को भी शहादत के राजनीतिकरण को लेकर कड़ा संदेश भी दिया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि सभी विपक्षी दलों ने पुलवामा हमले के बाद पीएम की ओर से सर्वदलीय बैठक न बुलाने को दुखद बताया और कहा कि यह हमारे प्रजातंत्र की स्थापित परिपाटी के विरूद्ध है। महत्वपूर्ण और बात है कि पुलवामा के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई थी।
साझा बयान में विपक्षी दलों ने मौजूदा सुरक्षा हालात पर भी गहन चिंता व्यक्त की और विदेश मंत्रालय के उस बयान को भी संज्ञान में लिया, जिसमें पाकिस्तान की ओर से भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की बात कही गई थी। विपक्षी दलों ने इस दौरान वायुसेना के पायलट की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई और सरकार से मांग की है, कि वह देश की संप्रभुता और एकता की रक्षा के लिए उठाए जाने वाले हरेक कदम पर राष्ट्र को विश्वास मे लें। बैठक में 26 फरवरी को वायु सेना की ओर से पाक के अंदर घुसकर आंतकी ठिकानों को निशाना बनाने की कार्रवाई की जमकर प्रशंसा भी की गई।
देश के मौजूदा सुरक्षा हालात पर चर्चा के लिए कांग्रेस सहित जिन अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया, उनमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, शरद पवार, ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू, शरद यादव, सीताराम येचुरी,गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, एके एंटोनी, टी.शिवा, सतीश चंद्र मिश्रा, दिनेश अली, संजय सिंह, उपेंद्र कुशवाहा आदि शामिल थे।