2020 Delhi Riots Case: दिल्ली दंगा मामले को लेकर विपक्षी नेताओं ने की राष्ट्रपति से मुलाकात
दिल्ली दंगा मामले की जांच और इसमें पुलिस की भूमिका को लेकर आज विपक्षी दलों के नेताओं नेराष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।
नई दिल्ली, प्रेट्र। दिल्ली दंगा मामले की जांच और इसमें पुलिस की भूमिका को लेकर आज विपक्षी दलों के नेताओं ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। इस मुलाकात के बारे में बताते हुए हमने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है कि एक उचित और निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के दंगों को सीएए के विरोध से जोड़ा जा रहा है। राजनेताओं, कार्यकर्ताओं, अर्थशास्त्रियों, आम जनता और छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है।
विपक्षी नेताओं की ओर से कांग्रेस के अहमद पटेल, सीपीआई के डी राजा, सीपीआई (एम) के सीताराम येचुरी, डीएमके के कनिमोझी और राजद के मनोज झा जैसे विपक्षी नेता गुरुवार को राष्ट्रपति से मिलेंगे और दिल्ली दंगा मामले की जांच को लेकर बातचीत की।
बता दें कि हाल ही में एक पूरक आरोपपत्र में, दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किए गए लोगों के बयानों का हवाला देते हुए मामले में अन्य कार्यकर्ताओं के साथ सीपीआइ(एम) महासचिव सीताराम येचुरी का नाम दिया था।
आरोपित उमर खालिद गिरफ्तार
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगा मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा (Delhi Police Special cell) ने रविवार रात को जवाहर लाल नेहरू के पूर्व छात्र उमर खालिद को गिरफ्तार कर लिया। रविवार को हुई लगातार 11 घंटे की पूछताछ के बाद उमर खालिद को यूएपीए (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के आरोप पत्र में साजिश का खुलासा
दिल्ली दंगे के लिए देशद्रोह के आरोपित जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद ने जेएनयू के पूर्व छात्र व देशद्रोह के कई मामलों में आरोपित शरजील इमाम व इंडिया अगेंस्ट हेट के संयोजक खालिद सैफी समेत 100 से अधिक खास सहयोगियों के जरिए ऐसी खतरनाक साजिश रची थी जिसे जानकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो सकते हैं।
धरने पर समुदाय विशेष की महिलाओं को पैकेटों में लाल मिर्च के पाउडर, बोतलों में सरसों का तेल, ईंट पत्थर, लाठी-डंडे व पेट्रोल बमों से लैस करके बैठाया गया था, ताकि कभी भी दंगे शुरू होने पर वे इन सब के जरिए कड़ा मुकाबला कर सकें। दिल्ली दंगे की विस्तृत साजिश रचे जाने के मामले में स्पेशल सेल द्वारा दायर आरोप पत्र में पुलिस ने उक्त हैरान करने वाले तथ्यों का उल्लेख किया है। कहा गया है कि ये सब तैयारियां 22 फरवरी से कई हफ्ते पहले से की जा रही थीं।