ट्रंप के बयान पर संसद के अंदर और बाहर हंगामा, विपक्ष ने पीएम मोदी से मांगा स्पष्टीकरण
विपक्षी नेताओं ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री से इस मामले पर बयान देने को कहा है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कश्मीर मसले को लेकर दिए ट्रंप के बयान पर संसद के अंदर और बाहर संग्राम जारी है। विपक्ष मामले पर प्रधानमंत्री को संसद में आकर स्पष्टीकरण देने की मांग कर रहा है। संसद में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की अध्यक्षता में विपक्षी नेताओं ने एक बैठक की। इस दौरान कश्मीर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बयान को लेकर विपक्ष के नेताओं ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और प्रधानमंत्री से इस मामले पर बयान देने को कहा।
इस दौरान कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि केंद्र में कोई भी सरकार सत्ता में रही हो, लेकिन हमारी विदेश नीति यह रही है कि कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है और कोई तीसरा पक्ष हस्तक्षेप नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि ट्रंप जानते हैं कि कश्मीर और पाकिस्तान से बातचीत को लेकर भारत की पॉलिसी क्या रही है।
GN Azad,Congress:No matter which govt was in power at Centre in past,our foreign policy has been that Kashmir is bilateral issue&no 3rd party can intervene &President Trump knows it,I don't think President Trump would tell Pakistan's PM that India's PM has asked the US to mediate pic.twitter.com/A2VYd5dQvX — ANI (@ANI) July 23, 2019
आजाद ने कहा कि हम यह नहीं कह रहे कि हमारे पीएम झूठे हैं, लेकिन पीएम मोदी सामने आकर बताएं कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। हम चाहते हैं कि ट्रंप के बयान पर पीएम मोदी खुद जवाब दें। हम केवल पीएम मोदी के जवाब पर ही भरोसा करेंगे।
इससे पहले राज्यसभा में ट्रंप के बयान को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। मामले पर विपक्ष ने सरकार से जवाब देने की मांग की। जिसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सदन में आकर सरकार का रुख साफ किया। विदेश मंत्री ने साफ कर दिया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से मध्यस्थता को लेकर कभी कोई अपील नहीं की है।
#WATCH: EAM S Jaishankar speaks in Rajya Sabha over the statement of US President Donald Trump that Prime Minister Narendra Modi had asked him to mediate in Kashmir issue. He says, "I would like to categorically assure the House that no such request has been made by PM Modi..." pic.twitter.com/gWjAa32bMO— ANI (@ANI) July 23, 2019
उन्होंने कहा कि कश्मीर को लेकर भारत का रुख हमेशा से साफ रहा है कि सिर्फ दोनों देशों के बीच ही बातचीत हो सकती है। इसपर किसी तीसरे देश का किसी भी तरह का दखल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत तभी संभव है जबतक की पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों पर कड़ी कार्वाई नहीं करता।