संसद में बाधा के लिए 'हमला कर भागने' की रणनीति अपना रहा विपक्ष : तेजस्वी सूर्या
भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) भाजपा की युवा शाखा ने इजरायली पेगासस स्पाइवेयर का उपयोग करने वाले प्रमुख नागरिकों पर कथित जासूसी के दावों को निराधार बताते हुए बुधवार को कहा कि विपक्ष संसद के कामकाज में गड़बड़ी करने के लिए शूट एंड स्कूट में लगा हुआ है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। इजरायल के पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल करते हुए प्रमुख लोगों की जासूसी कराने के आरोपों को निराधार बताते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने बुधवार को कहा कि विपक्ष 'हमला कर भागने' की रणनीति अपना रहा है। उसका एकमात्र उद्देश्य संसद की कार्यवाही को बाधित करना है।भाजपा सांसद व भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने पेगासस जासूसी प्रकरण को निराधार बताते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला और इसके 'रहस्योद्घाटन' के समय पर सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा, 'विपक्ष संसद की कार्यवाही को बाधित करने के लिए हमेशा ही हमला करो और भाग जाओ की रणनीति अपनाता रहा है। इस बार उसने आरोप लगाए हैं कि सरकार ने कथित तौर पर पेगासस साफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हुए प्रमुख लोगों की जासूसी की है।' उन्होंने कहा कि यह कथित जांच लोगों की कथित जासूसी के तीन साल बाद की गई है। सूर्या ने कहा, 'उनकी खुद की स्वीकारोक्ति बताती है कि फोन नंबरों के डाटा यह स्पष्ट नहीं कर पाते हैं कि वे पेगासस से प्रभावित थे या हैकिंग के शिकार हुए थे।'
छेड़खानी मामले में हस्तक्षेप को लेकर केरल के मंत्री को हटाने की मांग
कांग्रेस सांसद बेन्नी बेहानन ने केरल के राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान को पत्र लिखकर राज्य के वन मंत्री एके शशिधरन को हटाने की मांग की है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता के खिलाफ यौन प्रताड़ना की शिकायत में मंत्री पर हस्तक्षेप करने का आरोप है।कांग्रेस सांसद ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से भी शशिधरन को हटाने के लिए कहा है। शशिधरन के खिलाफ कोल्लम जिले में छेड़खानी पीडि़ता के परिवार पर दबाव बनाने का आरोप है। सांसद ने कहा, 'मंत्री खुद ही राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं, इसलिए मुख्यमंत्री को एके शशिधरन को हटा देना चाहिए।'इस संबंध में लीक हुई एक कथित वायस रिकार्डिग में मंत्री को पीडि़ता के पिता से बातचीत करते सुना जा सकता है। मंत्री ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उन्होंने शिकायतकर्ता के पिता को फोन किया था। उन्हें प्रताड़ना मामले की जानकारी नहीं थी।