हिमाचल प्रदेश: महिला उम्मीदवार नहीं दिखा पाईं दम, सिर्फ चार ने फहराया विजय पताका
इस बार विधानसभा चुनावों में 19 महिलाएं मैदान में उतरी थीं, लेकिन केवल चार महिलाएं ही जीत पाई हैं।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में 13वीें विधानसभा में आधी आबादी की आवाज केवल चार महिलाएं ही बुलंद करेंगी। हर बार की तरह इस बार भी विधानसभा चुनावों में महिला उम्मीदवार कोई जलवा नहीं दिखा पाई हैं। इस बार विधानसभा चुनावों में 19 महिलाएं मैदान में उतरी थीं, लेकिन केवल चार महिलाएं ही जीत पाई हैं। जबकि अधिकतर महिलाओं की जमानत तक जब्त हो गई।
इस बार भाजपा की मलेश कुमारी, सरवीन चौधरी और रीता देवी वहीं कांग्रेस की आशा कुमारी ने जीत दर्ज की है।भाजपा और कांग्रेस की महिला प्रत्याशियों को छोड़कर अन्य दलों से खड़ी होने वाली महिला प्रत्याशी तीन सौ वोट भी हासिल नहीं कर पाई हैं। इन सभी की जमानत जब्त हो गई है। विधानसभा चुनावों में जातीय समीकरण काफी मायने रखता है, लेकिन महिला प्रत्याशी के मामले में यह फैक्टर भी काम करता कहीं नजर नहीं आया। यदि ऐसा होता पचास फीसद से अधिक महिला प्रत्याशियों की जमानत जब्त न होती।
वर्ष 1972 के विधानसभा चुनावों के दौरान सात महिलाओं ने अपना भाग्य आजमाया था इस दौरान चार मतदाताओं ने चार महिलाओं को विधानसभा की चौखट तक पहुंचाया था जबकि इस दौरान वोट डालने वाली महिलाओं का आंकड़ा भी पुरूषों के मुकाबले काफी कम था। इसके विपरीत वर्ष 2012 में विधानसभा चुनावों के दौरान 34 महिलाएं चुनावी अखाड़े में उतरीं थी, लेकिन मात्र तीन महिला प्रत्याशी ही विधानसभा की चौखट पार कर पाई थी।
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