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सांसदों के आचरण से तार-तार हुई लोकसभा की मर्यादा से आहत ओम बिरला

लोक सभा में हंगामा और गतिरोध खत्म होता न देख स्पीकर बिडला ने कहा कि सदन में जो कुछ हुआ है उससे वे बेहद दुखी हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 02 Mar 2020 09:14 PM (IST)Updated: Tue, 03 Mar 2020 02:10 AM (IST)
सांसदों के आचरण से तार-तार हुई लोकसभा की मर्यादा से आहत ओम बिरला
सांसदों के आचरण से तार-तार हुई लोकसभा की मर्यादा से आहत ओम बिरला

जागरण ब्यूरो,नई दिल्ली। लोकसभा में सांसदों के कृत्यों से तार-तार हुई मर्यादा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को व्यथित कर दिया है। सोमवार को जिस तरह लोकसभा में सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच न सिर्फ धक्कामुक्की हुई बल्कि अपशब्द भी कहे गए उसने बिरला को इतना असहज कर दिया है कि उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि ऐसी परिस्थिति में वह सदन संचालित नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने अपील की कि सभी दल के वरिष्ठ नेता एक साथ बैठें और हमेशा के लिए एक-एक दिशा तय करें ताकि फिर कभी ऐसी परिस्थिति न बने।

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संसद के दोनों सदनों में दिल्ली दंगों पर हुआ संग्राम

दिल्ली दंगों को लेकर संसद के दोनों सदनों में पहले ही दिन सरकार और विपक्ष के बीच जबरदस्त संग्राम हुआ। कांग्रेस की अगुआई में विपक्षी दलों ने दंगों के लिए केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग उठाई। विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच दोनों सदनों में तीखी झड़प के साथ भिड़ंत भी हो गई। लोकसभा में तो भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों के बीच धक्का-मुक्की तक की नौबत आ गई।

कांग्रेस और भाजपा की महिला सांसदों के साथ दु‌र्व्यवहार

कांग्रेस की महिला सांसद रामया हरिदास ने तो इस हंगामे में भाजपा की एक महिला सांसद के खिलाफ मारपीट की शिकायत की। भाजपा ने भी अपनी महिला सदस्यों के साथ दु‌र्व्यवहार का कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करायी है। इस सियासी जंग की वजह से बजट सत्र के दूसरे हिस्से के पहले दिन दोनों सदनों की कार्यवाही ठप हो गई। लोकसभा की बैठक शुरू होते ही जदयू सांसद वैद्यनाथ महतो को श्रद्धांजलि दी गई। इसके तुरंत बाद विपक्षी सदस्यों के दिल्ली दंगों का मामला उठाने से पहले ही स्पीकर ओम बिरला ने सदन को दो बजे तक स्थगित कर दिया।

गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग

दो बजे बैठक शुरू होने के बाद विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी के साथ गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करने लगे। कांग्रेस के कुछ सदस्य विरोध का काला बैनर लिये सत्ता पक्ष की तरफ वेल में पहुंच गए जिस पर गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग लिखी थी। कांग्रेस के गौरव गोगोई और रवनीत बिट्टू के बैनर लेकर आने का संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी और भाजपा सांसदों ने विरोध किया और हंगामा बढ़ गया। हंगामे में सदन में विवाद से विश्वास तक बिल पर शुरू हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए जोशी ने कहा कि 1984 के दंगे भड़का कर तीन हजार लोगों को मारने वाले नसीहत न दें।

दिल्ली दंगों पर दोनों पक्षों के सांसद भिड़े

दिल्ली में सबसे पहला काम है शांति बहाली। इस बीच गोगोई और बिट्टू को रोकने के लिए भाजपा के रमेश विधूड़ी और निशिकांत दूबे समेत भाजपा के कुछ सदस्य भी वेल में पहुंच गए। इस दौरान दोनों पक्षों के सांसद एक दूसरे को पीछे धकेलते हुए भिड़ गए। सांसदों के बीच खींचतान को थामने के लिए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और स्मृति ईरानी ने उग्र हुए विधूड़ी को थामने का प्रयास किया।

लोक सभा में हालात बेकाबू होते देख स्पीकर ने सदन की कार्रवाई को किया स्थगित

हालात बेकाबू होता देख स्पीकर ने सदन तीन बजे तक स्थगित कर दिया। हालांकि स्थगित होने के बाद भी करीब दस मिनट तक दोनों पक्षों में जबरदस्त तनाव कायम रहा। विधूड़ी के साथ केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे भी उग्र होकर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते देखे गए। रविशंकर और स्मृति ने फिर यहां बचाव का मोर्चा संभाला। लोकसभा जब तीन बजे फिर से बैठी तब विपक्ष ने फिर हंगामा शुरू किया और वेल की ओर बढ़ने लगे।

भाजपा सांसद जसकौर मीणा ने कांग्रेस की सांसद राम्या हरिदास को सदन में दिया धक्का

इस बार भाजपा की महिला सांसदों ने पहले ही वेल में कतारबद्ध होकर विपक्षी सदस्यों का रास्ता रोक दिया। राम्या हरिदास समेत कांग्रेस की कुछ महिला सदस्य भी इस दौरान वेल में पहुंच गई। इस बीच भाजपा सांसद जसकौर मीणा ने राम्या को धक्का दिया और इसको लेकर हंगामा बेहद बढ़ा तो सदन को चार बजे और फिर साढे चार बजे तक स्थगित किया गया।

बिडला ने कहा- सदन में जो कुछ हुआ उससे बेहद दुखी हैं

इस बीच राम्या हरिदास को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी स्पीकर के चैंबर में पहुंचे और राम्या ने लिखित शिकायत देते हुए जसकौर मीणा पर उनके साथ मारपीट का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि महिला और दलित होने के नाते उनके साथ सदन में बार-बार ऐसा सलूक किया जा रहा। हंगामा और गतिरोध खत्म होता न देख साढे चार बजे स्पीकर बिडला ने कहा कि सदन में जो कुछ हुआ है उससे वे बेहद दुखी हैं।


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