संघ राष्ट्रवादियों का संगठन, पाकिस्तान का आइएसआइ नहीं : गडकरी
नितिन गडकरी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यक्रम में जाने का न्योता स्वीकार करने पर स्वागत किया है।
मुंबई/नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यक्रम में जाने का न्योता स्वीकार करने पर स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि संघ पाकिस्तान का आइएसआइ नहीं है, बल्कि राष्ट्रवादियों का संगठन है। प्रणब मुखर्जी का यह फैसला एक अच्छी शुरुआत है और राजनीतिक छुआछूत कोई अच्छी बात नहीं है।
नागपुर से लोकसभा सांसद गडकरी ने मंगलवार को संवाददाताओं को यह जवाब तब दिया जब उनसे पूछा गया कि पूर्व राष्ट्रपति के संघ का न्योता स्वीकार करने पर कांग्रेस में विरोध के स्वर उभरने लगे हैं। हालांकि कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से अभी तक इस मुद्दे का विरोध नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि आगामी सात जून को नागपुर में संघ के मुख्यालय पर संघ शिक्षा वर्ग के शिविर में स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के समापन में विदाई समारोह है। इसी क्रार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रणब मुखर्जी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया है। विगत सोमवार को संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बताया था कि पूर्व राष्ट्रपति ने न्योता स्वीकार कर लिया है।
इस बीच, कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संघ के कार्यक्रम में जाने का न्योता स्वीकार करने पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है। कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने एआइसीसी दफ्तर में संवाददाओं के सवाल के जवाब में कहा कि चूंकि अभी कार्यक्रम होना बाकी है, इसलिए वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। जब कार्यक्रम हो जाएगा तब कांग्रेस अपने विचार इस पर व्यक्त करेगी। वडक्कन ने यह जरूर कहा कि उनकी पार्टी और संघ की विचारधारा में बहुत अंतर है।
प्रणब ने संघ को सांप्रदायिक और राष्ट्र-विरोधी कहा था : संदीप दीक्षित
हालांकि कांग्रेस नेता और दिल्ली के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि प्रणब मुखर्जी ने विभिन्न मुद्दों पर संघ और भाजपा के बारे में टिप्पणी करते हुए उसे खराब और बेकार संगठन बताया है। साथ ही संघ को सांप्रदायिक और राष्ट्र-विरोधी तक कहा है। उन्होंने संघ को भ्रष्ट और झूठा प्रचार करने वाला बताया है। अगर संघ ने ऐसे विचारों वाले व्यक्ति को आमंत्रित किया है तो संघ को यह स्वीकार करना चाहिए प्रणब के विचार संघ के बारे में सही हैं। संदीप दीक्षित दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे हैं।