राज्यसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को 22 जुलाई सभापति के कक्ष दिलाई जाएगी शपथ
राज्यसभा के नए निर्वाचित सदस्यों को 22 जुलाई को शपथ दिलाई जाएगी। सभा पति के कक्ष में पहली बार अंतर सत्र के दौरान ये सभी शपथ लेंगे।
नई दिल्ली, एएनआई। राज्यसभा के नए निर्वाचित सदस्यों को 22 जुलाई को शपथ दिलाई जाएगी। सभा पति के कक्ष में पहली बार अंतर सत्र के दौरान ये सभी शपथ लेंगे। वहीं दूसरी तरफ राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने संसद के आगामी मानसून सत्र के दौरान उच्च सदन की कार्यवाही आयोजित करने के लिए विभिन्न विकल्पों को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा की। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह के लिए राज्यसभा के 61 सदस्यों को पत्र भेजे गए हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय संसद में दो सदन हैं पहला लोकसभा और दूसरा राज्यसभा। राज्यसभा संसद का ऊपरी सदन कहा जाता है। बता दें कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के मुताबिक राज्यसभा में सदस्यों की अधिकतम संख्या 250 निर्धारित की गई है। इनमें से 12 वो सदस्य होते हैं जिन्हें स्वयं भारत के राष्ट्रपति मनोनीत या नामित करते हैं। इसके अलावा बाकी बचे 238 सदस्यों को संघ और राज्य के प्रतिनिधि चुनते हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय संसद में दो सदन हैं पहला लोकसभा और दूसरा राज्यसभा। राज्यसभा को संसद का ऊपरी सदन कहते है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के मुताबिक राज्यसभा में सदस्यों की अधिकतम संख्या 250 निर्धारित की गई है। इनमें से भी 12 वो सदस्य होते हैं जिन्हें स्वयं भारत के राष्ट्रपति मनोनीत या नामित करते हैं। इसके अलावा बाकी बचे 238 सदस्यों को संघ और राज्य के प्रतिनिधि द्वारा चुना जाता हैं।
इसके पीछे की खास वजह संविधान की अनुसूची चार मानी जाती है। इस अनुसूची के मुताबिक राज्यसभा के सदस्यों का चयन राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की आबादी के आधार पर किए जाने के निर्देश हैं। इस प्रकार जब आबादी के हिसाब से गणना की गई तो राज्यसभा के सदस्यों की कुल संख्या 233 ही पहुंच पाई, इसी के साथ बचे हुए राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत 12 सदस्य जोड़कर वर्तमान में राज्यसभा के कुल सदस्यों की संख्या 245 है।