Move to Jagran APP

Aircel Maxis case: पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ती की अंतरिम राहत 23 अगस्‍त तक बढ़ी

Aircel-Maxis case एयरसेल-मैक्सिस मामले में कांग्रेस नेता एवं पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम को शुक्रवार को दिल्ली की एक विशेष अदालत से बड़ी राहत मिली।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 09 Aug 2019 12:37 PM (IST)Updated: Fri, 09 Aug 2019 12:53 PM (IST)
Aircel Maxis case: पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ती की अंतरिम राहत 23 अगस्‍त तक बढ़ी
Aircel Maxis case: पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ती की अंतरिम राहत 23 अगस्‍त तक बढ़ी

नई दिल्‍ली, एएनआइ। Aircel-Maxis case एयरसेल-मैक्सिस मामले में कांग्रेस नेता एवं पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम को शुक्रवार को दिल्ली की एक विशेष अदालत से बड़ी राहत मिली है। अदालत ने सीबीआइ और ईडी द्वारा दाखिल किए गए मामले में दोनों नेताओं की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए अंतरिम सुरक्षा को 23 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी है। अदालत ने मामले में जमानत याचिकाओं पर सुनवाई के लिए 23 अगस्‍त की तारीख निर्धारित की है।  

loksabha election banner

बता दें कि साल 2006 में फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड से जुड़ा एयरसेल मैक्सिस केस सामने आया। पी. चिदंबरम ने बतौर वित्त मंत्री इस डील को मंजूरी दी थी। पी. चिदंबरम पर आरोप है कि उनके पास महज 600 करोड़ रूपये तक के ही प्रोजेक्ट प्रपोजल्स को मंजूरी देने का अधिकार था। उन्हें इससे बड़े प्रोजेक्ट को मंजूरी देने के लिए कैबिनेट समिति से मंजूरी लेना जरूरी था। एयरसेल मैक्सिस डील केस 3500 करोड़ की एफडीआई की मंजूरी का था। इसके बाद भी चिदंबरम ने बिना कैबिनेट की मंजूरी के इस डील को पास कर दिया। 

इससे पहले कोर्ट ने एयरसेल-मैक्सिस मामले में दोनों नेताओं की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए अंतरिम सुरक्षा एक अगस्त तक बढ़ा दी थी। सनद रहे कि इस मामले में अदालत पहले भी पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देती रही है। इस मामले में इडी द्वारा दायर चार्जशीट में पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के अलावा कुल 18 आरोपी हैं।  

मैक्सिस मलेशिया की एक कंपनी है जिसका मालिकाना हक एक बिजनेस टॉयकून टी. आनंद कृण्णन के पास है जिन्हें टैक नाम से भी जाना जाता है। टैक श्रीलंका की तमिल पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले एक मलेशियाई नागरिक है। एयरसेल को सबसे पहले एक एनआरआई टॉयकून सी. सिवसंकरन (सिवा) ने प्रमोट किया था, जो कि तमिलनाडु के मूल निवासी थे। साल 2006 में मैक्सिस ने एयरसेल की 74 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली थी। बाकी की 26 फीसदी हिस्सेदारी अब एक भारतीय कंपनी के पास है। इन 26 फीसदी शेयर का मालिकाना हक सुनीता रेड्डी के पास है।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.