Move to Jagran APP

मुंबई में बनेगी बाबा साहेब आंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा, जानिये- खासियत

सबसे ऊंची प्रतिमा के निर्माण का काम महाराष्ट्र सरकार ने प्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मश्री राम सुतार को सौंपा है। 250 फीट ऊंची यह मूर्ति दुनिया में अब तक की आंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी।

By Amit MishraEdited By: Published: Sun, 02 Sep 2018 09:12 PM (IST)Updated: Mon, 03 Sep 2018 12:47 PM (IST)
मुंबई में बनेगी बाबा साहेब आंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा, जानिये- खासियत
मुंबई में बनेगी बाबा साहेब आंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा, जानिये- खासियत

नोएडा [ललित विजय]। मुंबई के दादर में इंदू मिल परिसर में लगने वाली बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा के निर्माण का काम महाराष्ट्र सरकार ने प्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मश्री राम सुतार को सौंपा है। 250 फीट ऊंची यह मूर्ति दुनिया में अब तक की आंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी, जिसे दो साल में तैयार किया जाएगा।

loksabha election banner

राम सुतार के नोएडा स्टूडियो में होगा मूर्ति का निर्माण

मूर्ति का निर्माण राम सुतार के नोएडा स्टूडियो में किया जाएगा। उनके स्टूडियो में बने डिजाइन के आधार पर चीन में सांचा तैयार किया जाएगा। जिससे आंबेडकर की कांसे की प्रतिमा तैयार होगी। इंदु मिल में इसके अलावा आंबेडकर की 25 फीट की प्रतिमा भी लगेगी। जिसे राम सुतार तैयार कर चुके हैं। मुंबई में ही लगने वाली छत्रपति शिवाजी की 398 फीट ऊंची विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति और गुजरात के भरूच में लगने वाली 597 फीट ऊंची सरदार पटेल की मूर्ति का निर्माण भी राम सुतार कर रहे हैं।

इंदू मिल की जमीन पर बन रहा आंबेडकर स्मारक

महाराष्ट्र सरकार मुंबई के दादर में स्थित शिवाजी पार्क के इंदु मिल की जमीन पर 12.4 एकड़ जमीन पर 425 करोड़ की लागत से आंबेडकर स्मारक का निर्माण करा रही है। 14 अप्रैल 2020 तक स्मारक का कार्य पूरा होना है। 14 अप्रैल को बाबा साहेब की जयंती मनाई जाती है। 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मारक का भूमि पूजन किया था। यह जमीन पहले केंद्र सरकार के पास थी। पिछले साल केंद्र सरकार ने जमीन महाराष्ट्र सरकार को हस्तांतरित कर दी थी।

इंदु मिल की जमीन पर क्यों बन रहा आंबेडकर स्मारक

6 दिसंबर 1956 को आंबेडकर का निधन दिल्ली में हुआ था, लेकिन उनका अंतिम संस्कार मुंबई में समुद्र किनारे किया गया था। यहां एक स्मारक है, जिसे चैत्यभूमि कहते हैं। इसी के बगल में इंदु मिल है। यहां काफी समय से आंबेडकर स्मारक बनाने की मांग हो रही थी। इसी कारण इंदु मिल और चैन्यभूमि की जमीन को मिलाकर आंबेडकर स्मारक बनाने का निर्णय हुआ।

दलितों को होगा गौरव का बोध

मोदी सरकार बनने के बाद दलितों में गौरव बोध कराने के लिए किए गए कायरें में से इसे एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

आंबेडकर स्मृतियां संजोने के लिए मोदी सरकार के अन्य कार्य

- अलीपुर रोड दिल्ली में आंबेडकर स्मारक

- 15 जनपथ दिल्ली में आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर

- 10 किंग हेनरी रोड लंदन में आंबेडकर स्मारक

आंबेडकर प्रतिमा से जुड़ी कुछ अन्य जानकारी

- मूर्ति को सौ फीट ऊंचे बेस पर रखा जाएगा।

- बेस में बौद्ध धर्म की झलक होगी।

- जमीन तल से प्रतिमा की पूरी ऊंचाई 350 फीट होगी।

- मूर्ति के बेस में कमल के फूल बने होंगे।

यह दुनिया की अब तक की आंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी। इसका डिजाइन संसद भवन में लगी आंबेडकर प्रतिमा की तरह होगा।

-पद्मश्री राम सुतार, प्रसिद्ध मूर्तिकार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.