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Money laundering: दिल्ली हाईकोर्ट ने रद की दीपक तलवार की जमानत याचिका, जनवरी में हुई थी गिरफ्तारी

विदेशी चंदा नियमन अधिनियम (एफसीआरए) उल्लंघन मामले दिल्ली हाईकोर्ट ने दीपक तलवार की जमानत याचिका खारीज कर दी है।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 04:09 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 04:36 PM (IST)
Money laundering: दिल्ली हाईकोर्ट ने रद की दीपक तलवार की जमानत याचिका, जनवरी में हुई थी गिरफ्तारी
Money laundering: दिल्ली हाईकोर्ट ने रद की दीपक तलवार की जमानत याचिका, जनवरी में हुई थी गिरफ्तारी

नई दिल्ली,पीटीआइ। विदेशी चंदा नियमन अधिनियम (एफसीआरए) उल्लंघन मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने कॉरपोरेट लॉबिस्ट दीपक तलवार की जमानत याचिका रद कर दी है। जस्टिस रजनीश भटनागर ने मामले पर सुनवाई करते हुए गुरूवार को जमानत याचिका रद की है। हाल ही में पुलिस ने इस मामले में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसमें उसका करीबी यास्मीन कपूर भी शामिल था।

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दरअसल, दीपक को इसी साल जनवरी में दुबई से निर्वासन के बाद ईडी ने गिरफ्तार किया था। दीपक जांच से बचने के लिए 2017 में ही देश से भाग गया  था। इसी साल जनवरी में दुबई के अधिकारियों ने उसे भारत को सौंपा था। दीपक ने ट्रायल कोर्ट द्वारा जमानत से इनकार के आदेश को चुनौती दी थी। जानकारी के लिए बता दें कि दीपक की एनजीओ में विदेशी मुद्रा विनियम अधिनयम (FCRA) के तहत उनकी संलिप्तता होने पर गिरफ्तार किया गया। 

ट्रायल कोर्ट ने पहले ईडी द्वारा मामले में दायर चार्जशीट पर संज्ञान लिया था और तलवार के प्रोडक्शन वारंट को जारी किया था। जो कि फिलहाल, जेल में बंद है।

सीबीआई कर रही जांच

जानकारी के लिए बता दें कि सीबीआई ने 16 नवंबर, 2017 को नई दिल्ली स्थित निजी कंपनियों एंडवांटेज इंडिया, एकोर्डिस हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड, एंडवांटेज इंडिया के दीपक तलवार, एकोर्डिस हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड के सुनील खंडेलवाल, एकोर्डिस हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड के एमडी रमन कपूर, कंसलटेंट टी कपूर और कई अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ गृह मंत्रालय की शिकायत के बाद मामला दर्ज किया था। सीबीआई फेरा 2010 के उल्लंघन, आपराधिक षडयंत्र, धोखाधड़ी, गलत बयानबाजी, फर्जी दस्तावेज और ठगने की कोशिशों के कारणों की जांच कर रही है।

एफआईआर के मुताबिक, यह आरोप लगाया गया था कि सभी आरोपी विदेश से मिल रहे योगदान का गलत उपयोग कर रहे थे। जिसे भारत में शैक्षणिक और सामाजिक गतिविधियों के उद्देश्य से कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिल्टी स्कीम के तहत हासिल किया गया था। ये फंड कथित तौर पर मुख्य रूप से एक विदेशी कंपनी से नई दिल्ली स्थित निजी फर्म एडवांटेज इंडिया के बैंक खातों में करीब 90.72 करोड़ रुपये फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन (रेगुलेशन) एक्ट 2010 के तहत शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक कल्याण गतिविधियों को चलाने के लिए पंजीकृत है

एयर इंडिया को हुआ घाटा

गौरतलब है कि इसी विमानन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय के बाद, केंद्रीय जांच ब्यूरो ने भी पूर्व विमानन मंत्री और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल से लंबी पूछताछ कर चुकी है। जांच एजेंसियों का कहना है कि  लॉबिस्ट दीपक तलवार अवैध रूप से विदेशी निजी एयरलाइंस को फायदा पहुंचाने के लिए राजनेताओं, मंत्रियों, अन्य लोक सेवकों और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के कई अधिकारियों के साथ लॉबिंग में शामिल था। इसी कारण एयर इंडिया को घाटा हुआ था।


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