दिल्ली विधानसभा चुनाव का आज शाम से थम जाएगा प्रचार, आयोग ने किए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने कहा कि जो मतदाता शाम छह बजे तक मतदान केंद्र में प्रवेश कर जाएंगे वे मतदान कर सकेंगे।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के बीच प्रचार के लिए मचा घमासान गुरुवार को थम जाएगा। शाम छह बजे से चुनाव प्रचार बंद हो जाएगा। आठ फरवरी को 2688 मतदान केंद्रों पर सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। इसके लिए चुनाव आयोग ने तैयारी पूरी कर ली है।
शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने कहा कि जो मतदाता शाम छह बजे तक मतदान केंद्र में प्रवेश कर जाएंगे वे मतदान कर सकेंगे। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
शाहीन बाग के मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त अर्धसैनिक बल
शाहीन बाग के आसपास के मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त अर्धसैनिक बल तैनात रहेंगे।
2,688 मतदान केंद्रों के 13,751 बूथों पर वोट डाले जाएंगे
पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में चार गुना अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार कुल 2688 मतदान केंद्रों के 13,751 बूथों पर वोट डाले जाएंगे।
516 मतदान केंद्र अति संवेदनशील घोषित
इनमें से 516 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। चुनाव आचार संहिता लगने के बाद से अब तक ¨हसा की नौ घटनाएं हुई हैं। इसमें 13 लोग घायल हुए हैं।
सवा लाख कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में लगाए गए हैं
हालांकि उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर संतोष जाहिर किया और कहा कि निष्पक्ष, भयमुक्त और शांतिपूर्ण मतदान के लिए पूरी व्यवस्था की गई है। करीब सवा लाख कर्मचारी मतदान केंद्रों और चुनाव से संबंधित ड्यूटी में लगाए गए हैं।
शाहीन बाग में 40 बूथ संवेदनशील
शाहीन बाग के पास पांच मतदान केंद्रों पर 40 बूथ हैं। इन सभी को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। इसलिए इन केंद्रों पर अतिरिक्त अर्धसैनिक बल तैनात रहेंगे।
राज्यसभा में दिखा दिल्ली विधानसभा चुनाव
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ बढ़ रही सियासी तल्खी का असर बुधवार को राज्यसभा में भी देखने को मिला। भाजपा ने राजनीति में अपराधीकरण का मुद्दा उठाते हुए चुनाव आयोग से ऐसे दलों की सदस्यता और पार्टी के रजिस्ट्रेशन को निरस्त करने की मांग की। वहीं इसे लेकर कांग्रेस ने विरोध दर्ज कराया और कहा कि यहां दिल्ली चुनाव का प्रचार न किया जाए।
भयमुक्त चुनाव हमारे लोकतंत्र की बुनियाद है
राज्यसभा में इसकी शुरूआत वैसे तो सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सांसद विजय गोयल ने की थी। हालांकि सभापति ने उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया। साथ ही उनकी बातों को रिकार्ड में नहीं लिया, लेकिन इसके बाद भाजपा सांसद भूपेंद्र यादव ने शून्यकाल में इसे उठाया और कहा कि भयमुक्त चुनाव हमारे लोकतंत्र की बुनियाद है, लेकिन पिछले तीन दिनों से दिल्ली के एक राजनीतिक दल की ओर से कुछ आशंकाऐं व्यक्त की जा रही थी। वह जब यह बात कर रहे थे, तो सभी हतप्रभ थे, क्योंकि दिल्ली का चुनाव एकदम शांतिपूर्ण होता है।