MP Politics: शिवराज ने फिर कहा- सिंधिया व उनके समर्थकों ने पेश की त्याग की मिसाल
पूर्व सीएम कमल नाथ ने भाजपा कार्यक्रम को लेकर ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन के नियम को लेकर सवाल किया है कि क्या ये नियम गरीब के लिए हैं।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस और मंत्री-विधायक पद छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले नेताओं ने मध्य प्रदेश भाजपा मुख्यालय में अपनी आमद बढ़ा दी है। उपचुनाव नजदीक आते देख ये नेता भी पार्टी पदाधिकारियों से नजदीकियां बढ़ाने लगे हैं। मंत्री तुलसी सिलावट के समर्थकों के भाजपा में प्रवेश के बाद शनिवार को पूर्व मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी के समर्थक कांग्रेस नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने उन्हें सदस्यता दिलाई।
200 कार्यकर्ताओं ने ली भाजपा की सदस्यता
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सांची विधानसभा व रायसेन नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के करीब 200 कार्यकर्ताओं ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर पूर्व मंत्री चौधरी एवं रामपाल सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।
बड़े लक्ष्य के लिए परिवर्तन : मुख्यमंत्री
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा, 'कमल नाथ सरकार के दौरान वल्लभ भवन (मंत्रालय) दलालों का अड्डा बन गया था। कांग्रेस सरकार का सिर्फ एक काम था किसी तरह लूट खसोट की जाए। 15 महीने के कार्यकाल में हजारों करोड़ के घोटाले करने वाली कमल नाथ सरकार ने गरीबों के हक पर डाका डालने का काम किया। जनता की भलाई के लिए सिंधियाजी और उनके समर्थक विधायकों ने त्याग की मिसाल पेश की। प्रदेश को बचाने के लिए त्याग का अनुपम उदाहरण डॉ. प्रभुराम चौधरी ने पेश किया। उन्होंने मंत्री पद त्यागकर सत्य का साथ दिया। बड़े लक्ष्य के लिए मप्र में परिवर्तन हुआ। जिस तरह दूध में शकर मिल जाती है ठीक वैसे ही हम मिलकर काम करेंगे।
शारीरिक दूरी का पालन नहीं, पीएम के निर्देश की उड़ी धज्जियां
रायसेन जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाने के दौरान भाजपा ने भले ही शारीरिक दूरी का पालन करने का दावा किया हो, लेकिन ऐसा नजर नहीं आया। सभी कार्यकर्ता आपस में चिपककर गलबहियां किए हुए खड़े थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के दौरान राजनीतिक कार्यक्रम न करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन भाजपा मुख्यालय में इसका भी पालन नहीं हुआ। जबकि भोपाल और रायसेन दोनों जिले कोरोना संक्रमण को लेकर संवेदनशील हैं।
क्या लॉकडाउन नियम सिर्फ आमजन के लिए : कमल नाथ
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम को लेकर ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन के नियम को लेकर सवाल किया है कि क्या ये नियम सिर्फ गरीब और आमजन के लिए हैं? उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि क्या आपकी पार्टी के नेताओं पर यह नियम लागू नहीं होते हैं?