MP Politics: फायरब्रांड भाजपा नेता पवैया के ट्वीट से गर्माई सियासत, नए मंत्रियों से पूछा सवाल
MP Political News मध्य प्रदेश भाजपा के फायरब्रांड नेता पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने ट्वीट कर कैबिनेट में शामिल नवनियुक्त मंत्रियों से सवाल पूछे हैं।
ग्वालियर, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश में सियासत हर दिन एक नया रंग दिखाती है। पिछले दिनों राज्य में बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार हुआ। आज मध्य प्रदेश में नवनियुक्त कैबिनेट मंत्रियों को विभाग बांटे जाएंगे। इस बीच मध्य प्रदेश में भाजपा के फायरब्रांड नेता और पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने नवनियुक्त मंत्रियों से कुछ ऐसा पूछा है जिसको लेकर यहां अब सियासत गर्माने लगी है।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल की 16 सीटों पर विधानसभा उपचुनावों के मुहाने पर खड़ी भाजपा को पार्टी के वरिष्ठ नेता ही कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी पर हमलावर हुए प्रदेश के पूर्व मंत्री अजय विश्नोई के बाद अब पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने नवनियुक्त मंत्रियों से सवाल पूछे हैं।
नए मंत्री ग्वालियर में सिंधिया की छत्री पर गए, महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर क्यों नहीं गए
पवैया ने शनिवार को ट्वीट करके पूछा- मध्य प्रदेश के नए मंत्री जब ग्वालियर आए तो वीरांगना लक्ष्मीबाई की समाधि पर दो फूल चढ़ाने क्यों नहीं गए? याद रखें यह प्रजातंत्र और मंत्री परिषद शहीदों के लहू से ही उपजे हैं, इतना तो बनता है।' चौथी बार मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान शनिवार को ग्वालियर दौरे पर थे। उनके साथ प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी थे।
कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह और राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया आए थे ग्वालियर
मुख्यमंत्री शिवराज जब अधिकारियों के साथ कोरोना महामारी की समीक्षा कर ही रहे थे तभी अचानक पूर्व मंत्री पवैया का ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मीडिया ने इस पर सीएम की प्रतिक्रिया जानना चाही, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला। दरअसल, मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभाग आवंटन का आठ दिन से भोपाल में रुककर इंतजार कर रहे नवनियुक्त मंत्री सप्ताह के अंत में अपने अपने जिलों में लौटे हैं। शुक्रवार को कांग्रेस से भाजपा में आए कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और भिंड जिले के मेहगांव से पूर्व विधायक और हाल ही में राज्यमंत्री बनाए गए ओपीएस भदौरिया ग्वालियर आए थे। दोनों ही मंत्री सिंधिया राजघराने की छत्री (यहां सिंधिया राजघराने की समाधियां हैं) पहुंचे और स्व. माधवराव सिंधिया की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
जब भी कोई मंत्री बनकर ग्वालियर आता है तो वह लक्ष्मीबाई की समाधि पर अवश्य जाता है
भदौरिया इसके बाद अपने क्षेत्र में चले गए, लेकिन प्रद्युम्न सिंह इसके बाद भाजपा मुख्यालय मुखर्जी भवन और सांसद विवेक शेजवलकर के निवास पर गए थे। इससे पूर्व तक परंपरा रही है कि भाजपा के कार्यकाल में जब भी कोई मंत्री बनकर ग्वालियर आता है तो वह लक्ष्मीबाई की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने अवश्य जाता है।
कांग्रेस ने कहा- धन्यवाद जयभान सिंह पवैया जी
पवैया के समर्थन में कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के निशाने पर हैं। पार्टी सिंधिया के खिलाफ बोलने में कोई मौका नहीं छोड़ती। ऐसे में जयभान सिंह पवैया के ट्वीट ने उन्हें सिंधिया पर हमला करने का एक और अवसर दे दिया। पवैया के ट्वीट के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और ग्वालियर में कैंप कर रहे केके मिश्रा ने अपने ट्वीट में कहा- 'धन्यवाद जयभान सिंह पवैया जी, आपका कथन सर्वदा उचित कि प्रदेश के मंत्री ग्वालियर आकर वीरांगना लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर नमन करने क्यों नहीं जाते? शायद जिसके तलवे चाटना है, उनका कोप? कथित राष्ट्रवादी बनने के बाद इनका डीएनए कराना चाहिए, सीएम भी आज नहीं गए।
इसी सप्ताह बनाया है पवैया ने ट्विटर पर अकाउंट
फायरब्रांड नेता के रूप में पहचान रखने वाले जयभान सिंह पवैया का सोशल मीडिया से ज्यादा वास्ता नहीं रहा है। उनका ट्विटर अकाउंट भी दो चार दिन पहले ही खुला है। यह उनका दूसरा ट्वीट है, जिसके वायरल होते ही समूचे ग्वालियर-चंबल अंचल में राजनीतिक माहौल गरमा गया। दरअसल पवैया रानी लक्ष्मीबाई के बहाने से पिछले दो दशकों से सिंधिया राजघराने को घेरते रहे हैं। वे लगातार 20 सालों से लक्ष्मीबाई की समाधि पर वीरांगना मेले का आयोजन करते चले आ रहे हैं।