MP Political Crisis: दिल्ली में लगने लगा भाजपा नेताओं का जमावड़ा, बेंगलुरु में होटल से वापस लौटे बागी विधायक
MP Political Crisis आज बेंगलुरु में मौजूद सभी बागी कांग्रेसी विधायक बेंगलुरु में रामदा रिज़ॉर्ट से वापस लौट रहे हैं।
बेंगलुरू, एएनआइ। मध्य प्रदेश में शुक्रवार को कमल नाथ द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद आज बेंगलुरु में मौजूद सभी बागी कांग्रेसी विधायक बेंगलुरु में रामदा रिज़ॉर्ट से वापस लौट रहे हैं। दैनिक जागरण के सहयोगी अखबार नई दुनिया के मुताबिक सभी रमादा रिसॉर्ट से एयरपोर्ट पहुंच गए हैं, जहां से उन्हें विशेष विमान से भोपाल लाने की तैयारी है।
Karnataka: Rebel Madhya Pradesh Congress MLAs leave Ramada Resort in Bengaluru. Madhya Pradesh Chief Minister Kamal Nath yesterday quit the office following the resignation of the 22 party MLAs. pic.twitter.com/nRTQvY0DfD
— ANI (@ANI) March 21, 2020
भाजपा के नेताओं का दिल्ली में जमावड़ा
मध्य प्रदेश भाजपा के नेताओं का जमावड़ा दिल्ली में लगने लगा है। पूर्व मंत्री और विधायक पहुंचे दिल्ली, पूर्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के साथ भाजपा विधायक अरविंद भदौरिया आज सुबह हुए दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इंडिगो एयरलाइंस फ्लाइट से कुछ अन्य विधायक भी दिल्ली गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अब दिल्ली में मध्य प्रदेश के मुखिया के चयन को लेकर लॉबिंग शुरू हो गई है।
कांग्रेस का ट्वीट- ये बेहद अल्प विश्राम
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक ट्वीट कर कहा है कि, 15 अगस्त 2020 को कमल नाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में ध्वजारोहण करेंगे और परेड की सलामी लेंगे। ये बेहद अल्प विश्राम है। ट्वीट में यह भी लिखा है कि इसे संभालकर रखें। दरअसल अब मध्य प्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव होना है। ऐसे में कांग्रेस ने ट्वीट कर भाजपा को यह बताने की कोशिश की है कि ज्यादा खुशी मनाने की जरूरत नहीं है।
इस ट्वीट को सँभाल कर रखना-
15 अगस्त 2020 को कमलनाथ जी मप्र के मुख्यमंत्री के तौर पर ध्वजारोहण करेंगे और परेड की सलामी लेंगे।
ये बेहद अल्प विश्राम है।— MP Congress (@INCMP) March 20, 2020
कई नामों पर विचार
कमलनाथ के इस्तीफे के बाद मध्य प्रदेश में नई सरकार का रास्ता को साफ हो गया है लेकिन भाजपा इसको लेकर कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती है। मध्य प्रदेश में सीएम की कुर्सी के मुद्दे पर अब सारी कवायद दिल्ली में चल रही रही है। दिन में जहां केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के निवास पर बैठकों का दौर चला, वहीं देर रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के यहां दिग्गज नेताओं ने मप्र की कमान सौंपने पर विचार किया। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, धर्मेंद्र प्रधान, राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन शामिल थे। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मप्र की कमान सौंपने पर चर्चा हुई। उनके साथ विकल्प के रूप में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नाम पर भी विचार किया गया।