मध्य प्रदेशः गोडसे के बाद अब 12 साल पुराने मर्डर केस में साध्वी प्रज्ञा को घेरने की तैयारी
मध्य प्रदेश सरकार साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ एक पुराने मामले को फिर से खोलने की योजना बना रही है।
भोपाल, प्रेट्र। नोथूराम गोडसे को देशभक्त करार देने के बाद घिरी भाजपा उम्मीदवार और मालेगांव विस्फोट में आरोपी साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ मध्य प्रदेश सरकार हत्या के एक पुराने मामले को फिर से खोलने की योजना बना रही है। ठीक इससे एक दिन पहले एग्जिट पोल में भोपाल लोकसभा क्षेत्र से प्रज्ञा की जीत की भविष्यवाणी की थी। राज्य के कानून मंत्री पी सी शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार पूर्व आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी की हत्या के मामले को फिर से खोलने पर कानूनी राय लेगी।
जानकारी के लिए बता दें कि जोशी की हत्या 29 दिसंबर 2007 को देवास जिले में गोली मारकर कर दी गई थी। ठाकुर और सात अन्य आरोपियों को उनके खिलाफ सबूतों के अभाव में 2017 में एक अदालत ने बरी कर दिया था। शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार जोशी हत्या मामले को फिर से खोलने के लिए उच्च न्यायालय में अपील करेगी। मंत्री ने कहा कि देवास कलेक्टर को मामले के संबंध में एक रिपोर्ट देने के लिए भी कहा गया है। उन्होंने कहा, 'हम उस रिपोर्ट पर कानूनी राय लेंगे और फिर उच्च न्यायालय में जाने के बारे में निर्णय लेंगे।'
शर्मा ने दावा किया कि तत्कालीन जिला कलेक्टर ने कानूनी राय के लिए कानून विभाग को भेजने के बजाय, मामले को बंद करने के लिए खुद फैसला लिया। वहीं इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने इस कदम को बदले की राजनीति करार दिया। भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, 'ऐसा लग रहा है कि मप्र सरकार यह फैसला लेने जा रही है क्योंकि प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा। यह बदले की राजनीति है। जानकारी के लिए बता दें कि 2008 मालेगांव विस्फोट मामले में भी प्रज्ञा आरोपी है और वह फिलहाल जमानत पर बाहर है। जोशी, जिन्हें गुरूजी के नाम से भी जाना जाता था। उनकी देवास के चूना खादान इलाके में बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
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