MP Cabinet Expansion: शिवराज कैबिनेट में दिखा ज्योतिरादित्य का दबदबा, सिंधिया खेमे से कुल 14 मंत्री
MP Cabinet Expansion शिवराज मंत्रिमंडल में कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल होने वाले 12 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। दो कांग्रेसी विधायक पहले से ही मंत्रिमंडल में हैं।
भोपाल, जेएनएन। MP Cabinet Expansion: मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार का आज कैबिनेट विस्तार हो गया है। इस दौरान सबसे ज्यादा चर्चा रही ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके खेमे के उन कांग्रेस विधायकों की जो पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले कुल 12 विधायकों को गुरुवार के शपथ ग्रहण समारोह में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। दो कांग्रेसी विधायक पहले से ही मंत्रिमंडल में शामिल हैं। ये सभी कांग्रेसी विधायक सिंधिया खेमे के माने जाते हैं।
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराने और भाजपा को दोबारा सत्ता में काबिज कराने का पूरा श्रेय ज्योतिरादित्य सिंधिया को ही जाता है। प्रदेश की राजनीति में उनका काफी प्रभुत्व रहा है। यही वजह है कि कैबिनेट विस्तार में भी ज्योतिरादित्य का प्रभुत्व साफ तौर पर देखने को मिला। हालांकि, इसका अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा था कि मध्य प्रदेश कैबिनेट में ज्योतिरादित्य सिंधिया को खासी तवज्जो दी जाएगी।
शिवराज कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत होंगे 34 मंत्री
शिवराज कैबिनेट विस्तार में गुरुवार को कुल 28 नए विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। शिवराज कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत छह मंत्री पहले से शामिल हैं। इस तरह से मध्य प्रदेश सरकार का कैबिनेट मुख्यमंत्री समेत 34 मंत्रियों का होगा। शिवराज कैबिनेट में पहले से जो मंत्री शामिल हैं, उनमें गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, कृषि मंत्री कमल पटेल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, आदिमजाति कल्याण मंत्री मीना सिंह मांडवे शामिल हैं। गोविंद सिंह राजपूत और तुलसीराम सिलावट कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुए थे। ये दोनों विधायक सिंधिया समर्थक हैं।
कांग्रेस से भाजपा में आए 12 विधायकों ने ली शपथ
गुरुवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों को खास तवज्जो दी गई। पहले विस्तार में सिंधिया समर्थक तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत के बाद दूसरे में कुल 12 बागियों को शपथ दिलाई गई है। इनमें कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने वाले 16 विधायकों में से 8 विधायक भी शामिल हैं। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाले जिन 12 नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है, उनमें महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, सुरेश धाकड़, ओपीएस भदौरिया, गिर्राज दंडोतिया, राज्यवर्धन सिंह, बृजेंद्र सिंह यादव, प्रभुराम चौधरी, बिसाहूलाल सिंह, हरदीप सिंह डंग और एंदल सिंह कंसाना शामिल हैं।
दिग्विजय सिंह का पल्ला छोड़ थामा सिंधिया का हाथ
शपथ लेने वाले कांग्रेसी नेता एंदल सिंह कंसाना और बिसाहू लाल सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का समथर्क माना जाता रहा है, जबकि हरदीप सिंह डंग तटस्थ रहे हैं। इन सबको तोड़ने में गृह मंत्री नरोत्त्तम मिश्र ने अहम भूमिका निभाई है। हालांकि, बगावत के बाद तीनों सिंधिया के नेतृत्व में ही भाजपा में शामिल हुए। लिहाजा इन्हें भी अब सिंधिया खेमे का ही माना जाता है।
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