MP Byelection 2020: सवर्णों के साथ एससी वर्ग और मुस्लिम भी फूल सिंह बरैया के बयान से खफा
मध्य प्रदेश के भांडेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया के विवादास्पद बयानों से सवर्णो के साथ अनुसूचित जाति (एससी) और मुस्लिम भी खफा हैं। बयान को समाज में जातिवाद का जहर घोलने और देश को तोड़ने वाला करार दे रहे हैं।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश के दतिया जिले के भांडेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया के सामाजिक विद्वेष को बढ़ावा देने वाले विवादास्पद बयानों से सवर्णो के साथ अनुसूचित जाति (एससी) और मुस्लिम भी खफा हैं। इन वर्गों के नेता बरैया के बयान को समाज में जातिवाद का जहर घोलने और देश को तोड़ने वाला करार दे रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस जहां इससे पल्ला झाड़ रही है, वहीं भाजपा के विधि प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष संतोष शर्मा ने बरैया के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा है।
बरैया को संरक्षण दिए जाने से नाराज भांडेर के वरिष्ठ नेता ठाकुरदास खंपरिया ने शनिवार को कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली। एससी के बीच सक्रिय नेता डॉ. मोहनलाल पाटील ने कहा कि राजनीति चमकाने के लिए जातीय और धार्मिक वैमनस्यता फैलाने का अधिकार किसी को नहीं है। वहीं, सपाक्स (सामान्य, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी कर्मचारी संस्था) पार्टी के अध्यक्ष हीरालाल त्रिवेदी का कहना है कि ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए।
बरैया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग
सूचना का अधिकार कार्यकर्ता अजय दुबे ने चुनाव आयोग से बरैया के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ कांग्रेस की मान्यता निरस्त करने की मांग उठाई है। कई सवर्ण कांग्रेसियों ने पार्टी से दूरी बनाने का मन बना लिया है। भांडेर के वरिष्ठ नेता ठाकुरदास खंपरिया ने कांग्रेस छोड़ शनिवार को भाजपा की सदस्यता ले ली। वहीं, उधर, कांग्रेस नेताओं की इस मामले में चुप्पी बरकरार है। रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने भी वायरल वीडियो को पुराना बताते हुए इससे जुड़े सवाल से कन्नी काट ली।
दरअसल, बरैया मूलत: बहुजन समाज पार्टी के नेता रहे हैं। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में कांग्रेस ने उन्हें अपना चेहरा बनाया है। यहां एससी वर्ग का कुछ सीटों पर अच्छा प्रभाव है, लेकिन बरैया का इतिहास और सोशल मीडिया पर वायरल हुआ उनका वीडियो कांग्रेस के लिए मुसीबत बनता जा रहा है।
सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने वाले इस बयान को लेकर अन्य कांग्रेस नेता भी चुप्पी साधकर बैठे हैं। ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी के अध्यक्ष डॉ. औसाफ शाहमीरी खुर्रम का कहना है कि यह बयान बरैया के मानसिक दिवालियापन का परिचय है, बिलकुल बेतुकी और समाज को बांटने वाली बात है। चुनाव आयोग के साथ-साथ पुलिस को तत्काल संज्ञान लेकर मुकदमा दर्ज करना चाहिए।
पुराना वीडियो बताकर बरैया का बचाव करते दिखे कमल नाथ
अशोक नगर विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के लिए पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ रविवार को इस मामले में बरैया का बचाव करते नजर आए। इससे जुड़े प्रश्न पर उन्होंने वीडियो के वायरल होने का दोष भाजपा पर मढ़ा और मीडिया से ही सवाल किया कि बताएं विवादित वीडियो कब का है। दरअसल, कांग्रेस अब बचाव की मुद्रा में आ चुकी है और उसे सूझ नहीं रहा है कि इस विवादास्पद बयान पर क्या रख अपनाया जाए।
कांग्रेस छोड़ हर दल कर रहा भर्त्सना
रिपब्लिक पार्टी आफ इंडिया के महासचिव डॉ. मोहनलाल पाटील ने कहा कि सामाजिक दूरियां बढ़ाने वाला बयान किसी भी व्यक्ति का हो, उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। बयान पुराने हो सकते हैं पर इसे मान्यता कतई नहीं दी जा सकती है। यह निंदनीय है। बरैया को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
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सपाक्स (सामान्य, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी कर्मचारी संस्था) पार्टी के अध्यक्ष हीरालाल त्रिवेदी का कहना है कि बरैया के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए। चुनाव प्रचार में भी उनके बयान देने पर प्रतिबंध लगाया जाए। ऐसे लोग ही समाज को तोड़ते हैं और जहर फैलाते हैं। इसके बाद भी राजनीतिक दल सत्ता में आने के लिए इस तरह के लोगों का सहारा लेते हैं, जबकि उन्हें तो इनका बहिष्कार करना चाहिए।
मध्य प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि बरैया जैसे लोग परोक्ष रूप से विदेशी ताकतों के हाथों में खेल रहे हैं और विभाजनकारी राजनीति करना चाहते हैं। कांग्रेस जवाब दे कि बरैया जो कुछ कह रहे हैं, क्या वो पार्टी की अधिकारिक लाइन है।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा देश तोड़ने वाली ताकतों का पक्ष लेती रही है। भारत तेरे टुकड़े होंगे.अफजल हम शर्मिदा हैं.जैसे नारे लगाने वालों से मिलने सबसे पहले राहुल गांधी पहुंचे थे। कमोबेश यही सोच कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया के बयानों में है। बरैया के बयान देश, समाज को तोड़ने वाले होते हैं। समाज के ऐसे दुश्मनों को सबक सिखाया जाना चाहिए।