Monsoon Session 2020 : आज से संसद का मानसून सत्र, चीन और कोरोना पर सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष
Monsoon Session 2020 सरकार इस सत्र में 23 विधेयक पेश करेगी। इनमें 11 विधेयक अध्यादेशों की जगह लेने के लिए लाए जाएंगे। कांग्रेस ने चार विधेयकों पर खुले विरोध का एलान कर दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम के साथ संसद का मानसून सत्र सोमवार यानि आज से शुरू हो रहा है। कोरोना महामारी की चुनौती के बीच यह सत्र कुल 18 दिनों का है, जो बगैर किसी छुट्टी के लगातार एक अक्टूबर तक चलेगा। सत्र के दौरान सियासी तापमान बढ़े रहने की संभावना है, क्योंकि विपक्ष चीन के साथ एलएसी पर चल रहे विवाद, अर्थव्यवस्था और कोरोना संकट जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है। सरकार ने 23 विधेयक पेश करने की तैयारी की है और विपक्ष ने स्पष्ट कर दिया है कि वह कम-से-कम चार विधेयकों का विरोध करेगा।
फिलहाल संसद के मानसून सत्र का जो काम-काज तय किया गया है, उसमें पहले दिन राज्यसभा के उपसभापति का चुनाव होगा। यह थोड़ा गहमा-गहमी भरा होगा, क्योंकि विपक्ष ने राजग के उम्मीदवार हरिवंश के मुकाबले मनोज झा को उतार रखा है। हालांकि, राज्यसभा के गणित के लिहाज से हरिवंश का चुनाव जीतना तय माना जा रहा है, लेकिन विपक्ष के उम्मीदवार से सरगर्मी थोड़ी बढ़ी हुई है।
सरकार इस सत्र में 23 विधेयक पेश करेगी। इनमें 11 विधेयक अध्यादेशों की जगह लेने के लिए लाए जाएंगे। कांग्रेस ने चार विधेयकों पर खुले विरोध का एलान कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने रविवार को पत्रकारों से चर्चा में कहा कि जिन चार विधेयकों के विरोध का निर्णय लिया गया है, उनमें तीन कृषि और किसानों से जुड़े हैं। एक विधेयक फाइनेंस से जुड़ा है, जिसमें बैकिंग रेगुलेशन एक्ट में बदलाव का प्रस्ताव है। वहीं जो एग्रो मार्केटिंग से जुड़ा विधेयक है, उसका भी पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान आदि राज्यों ने विरोध किया है। विपक्ष की घेरने की रणनीति के बीच सरकार भी जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। खासकर चीन विवाद और कोरोना संकट के मुद्दे पर वह विपक्ष के सवालों का पूरी ताकत से जवाब देगी।
लोकसभा अध्यक्ष ने तैयारियों का लिया जायजा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को संसद सत्र की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान प्रवेश द्वार से लेकर सभा कक्ष तक के सभी सुरक्षा इंतजामों को बारीकी से परखा। साथ ही अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि सुरक्षा इंतजाम में किसी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए। इससे पहले उन्होंने कार्य मंत्रणा समिति के साथ बैठक की, जिसमें बताया कि कोरोना जांच की व्यवस्था पूरे सत्र के दौरान रहेगी।
भारत-चीन गतिरोध पर दोनों सदनों के नेताओं की बैठक 15 को
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि भारत और चीन के गतिरोध पर संसद के दोनों सदनों के नेताओं की बैठक 15 सितंबर को होगी। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में जोशी ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। भारत-चीन संबंधों की संवेदनशीलता और इसके रणनीतिक पहलुओं को देखते हुए दोनों सदनों के नेताओं की बैठक 15 सितंबर को बुलाई गई है। उसी दौरान हम नेताओं को स्थिति की जानकारी देंगे। उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में सभी पार्टियों से समर्थन की अपील की।
संसद सत्र में भाग लेने दिल्ली पहुंचे फारूक अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सदस्य फारूक अब्दुल्ला संसद के मानसून सत्र में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद वे संसद की कार्यवाही में पहली बार शामिल होंगे। संसद के पिछले दो सत्रों के दौरान वे हिरासत में बंद थे। पार्टी नेताओं ने कहा कि अब्दुल्ला संसद में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाने के लिए उत्सुक हैं।