Move to Jagran APP

मोहम्मद अशरफ बने हुर्रियत के नए अध्यक्ष, 18 साल बाद गिलानी रिटायर

हुर्रियत के सीनियर नेता मोहम्मद अशरफ सहराई तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष के रूप में सय्यद अली शाह गिलानी की जगह ली है।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Mon, 19 Mar 2018 02:51 PM (IST)Updated: Mon, 19 Mar 2018 03:05 PM (IST)
मोहम्मद अशरफ बने हुर्रियत के नए अध्यक्ष, 18 साल बाद गिलानी रिटायर
मोहम्मद अशरफ बने हुर्रियत के नए अध्यक्ष, 18 साल बाद गिलानी रिटायर

नई दिल्ली (जेएनएन)। 18 वर्षों तक हुर्रियत कॉन्फ्रेंस की कमान संभालने वाले सैयद शाह अली गिलानी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हुर्रियत के सीनियर नेता मोहम्मद अशरफ सहराई तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष के रूप में सय्यद अली शाह गिलानी की जगह ली है। हुर्रियत सूत्रों के अनुसार पार्टी के भीतर होने वाला चुनाव इस साल बाद में होगा और तब तक के लिए सहराई तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष के रूप में पद पर बने रहेंगे।

loksabha election banner

पार्टी प्रवक्ता ने बताया, 'सैयद अली गिलानी की अगुवाई वाली तहरीक-ए-हुर्रियत ने आज (सोमवार) श्रीनगर में अपने कार्यालय में बैठक की और पार्टी के चेयरमैन के रूप में निर्वाचित वरिष्ठ सदस्य मोहम्मद अशरफ सहराई को चुना।' उन्होंने कहा, 'गिलानी ने यह निर्णय लिया है कि सहराई तहरीक-ए-हुर्रियत के नए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे। गिलानी ने स्वास्थ्य कारणों और अन्य राजनीतिक बोझ का हवाला दिया, इसलिए वे सहराई को जिम्मेदारी सौंपना चाहते हैं।'

गिलानी के कार्यालय/निवास पर राज्य सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के मद्देनजर इस बैठक में तहरीक-ए-हुर्रियत और हुर्रियत (जी) के कुछ नेता ही शामिल हो सके। बता दें कि मोहम्मद अशरफ सहराई जमायत ए इस्लामी के कटटरपंथी गुट के अगुआ और गिलानी के खास है। वह गिलानी के प्रगाण मित्र के तौर पर भी जाने जाते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.