ITBP और SSB के विलय पर मोदी सरकार का बड़ा फैसला, कहा- कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं
सरकार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि आइटीबीपी और एसएसबी के विलय की संभावनाओं पर वर्तमान में दोनों बलों के विलय का ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि आइटीबीपी और एसएसबी के विलय की संभावनाओं का पता लगाने के लिए अनौपचारिक परामर्श किए गए थे, लेकिन वर्तमान में दोनों बलों के विलय का ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। लोकसभा में सुधीर गुप्ता, श्रीरंग अप्पा बारणे, संजय मांडलिक, गजानन कीर्तिकर और विद्युत बरण महतो के प्रश्न के लिखित उत्तर में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी दी।
नित्यानंद राय ने कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के विलय की संभावनाओं का पता लगाने के लिए एक मत पर विचार किया गया था और इस संबंध में अनौपचारिक परामर्श किए गए थे। हालांकि उन्होंने कहा, 'वर्तमान में ऐसा कोई प्रस्ताव (दोनों में विलय का) विचाराधीन नहीं है।' गृह राज्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) का आधुनिकीकरण सतत प्रक्रिया है। एसएसबी और आइटीबीपी को नवीनतम और उन्नत हथियारों से लैस करने के लिए उन्हें पर्याप्त निधियां आवंटित की गई हैं।
नित्यानंद राय ने कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के विलय की संभावनाओं का पता लगाने के लिए एक मत पर विचार किया गया था और इस संबंध में अनौपचारिक परामर्श किये गये थे। हालांकि उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। गृह राज्य मंत्री ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) का आधुनिकीकरण सतत प्रक्रिया है। एसएसबी और आईटीबीपी को नवीनतम और उन्नत हथियारों से लैस करने के लिए उन्हें पर्याप्त निधियां आवंटित की गयी हैं।
'एसएसबी और आईटीबीपी का विलय नहीं होगा'
इस विलय पर, नित्यानंद राय ने कहा कि भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) और सशस्त्र सीमा बल (SSB) के विलय की संभावना का पता लगाने के लिए एक वोट पर विचार किया गया था और इस संबंध में अनौपचारिक परामर्श आयोजित किए गए थे।
गृह राज्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) का आधुनिकीकरण सतत प्रक्रिया है। एसएसबी और आइटीबीपी को नवीनतम और उन्नत हथियारों से लैस करने के लिए उन्हें पर्याप्त निधियां आवंटित की गई हैं।