नागरिकता विधेयक आज पास कर सकती है मोदी कैबिनेट, जानिए, इस बिल की खास बातें
राजनाथ सिंह ने सांसदों को संसद में असंसदीय भाषा का प्रयोग करने के प्रति चेताया है। विपक्ष की दलीलों को तथ्यों के आधार पर आक्रामक तरीके से काटें।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक को अनुच्छेद 370 हटाने जितना ही महत्वपूर्ण बताया है। इसलिए इस बिल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संसद में पेश किए जाने के दौरान सभी पार्टी सांसदों को सदन में मौजूद रहने का निर्देश दिया है। इस बिल को केंद्रीय कैबिनेट के द्वारा बुधवार को पारित करने की संभावना है।
सदन में भाजपा सांसदों की गैर-मौजूदगी खटकती है- राजनाथ
सूत्रों के अनुसार भाजपा की संसदीय दल की बैठक में इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद नहीं रहे। इसलिए रक्षा मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने मंगलवार को विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि संसद में कई अवसरों पर पार्टी सांसदों की गैर-मौजूदगी बेहद खटकती है। खुद प्रधानमंत्री मोदी इस विषय पर कई दफा अपनी नाराजगी जता चुके हैं।
सभी पार्टी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के निर्देश
उन्होंने कहा कि जब अमित शाह सदन में नागरिकता (संशोधन) बिल को पेश करें तो बड़ी तादाद में भाजपा सांसद वहां मौजूद रहें। चूंकि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण बिल सदन में पेश किए जाएंगे।
राजनाथ ने कहा- यह विधेयक पंथनिरपेक्ष नहीं होने के आरोप गलत
राजनाथ सिंह ने उन आरोपों को खारिज कर दिया जिनमें आरोप लगाया गया था कि नागरिकता संशोधन बिल 'पंथ निरपेक्षता' के खिलाफ है। चूंकि इस विधेयक से लाभांवित होने वाले गैर-मुसलमान ही होंगे। उन्होंने विधेयक को और स्पष्ट करते हुए कहा कि भारत के तीन पड़ोसी इस्लामिक देश हैं, जहां गैर-मुसलमान धार्मिक आधार पर उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं बहुसंख्यक मुसलमान नहीं।
कतई न बोलें असंसदीय भाषा- राजनाथ
राजनाथ सिंह ने सांसदों को संसद में असंसदीय भाषा का प्रयोग करने के प्रति चेताया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की दलीलों को तथ्यों के आधार पर आक्रामक तरीके से काटें, लेकिन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की तरह विरोध करने की सीमाएं न लांघें।
प्रज्ञा ठाकुर को सदन में दो बार माफी मांगनी पड़ी
राजनाथ सिंह ने ऐसी चेतावनी तब दी है जब हाल ही में भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोंडसे पर सदन में विवादास्पद टिप्पणी के लिए दो बार माफी मांगनी पड़ी थी। बैठक में महिला व बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने गर्भवती महिलाओं और नवजातों में कुपोषण को लेकर अपने मंत्रालय के कार्यो का ब्योरा दिया।