एनडीए से समर्थन वापस ले सकते हैं मिजोरम के सीएम, जानें क्यों हैं नाराज
मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने कहा कि यदि नागरिकता (संशोधन) विधेयक वापस नहीं लिया गया तो राज्य में सत्ताधारी एमएनएफ एनडीए से संबंध तोड़ने में नहीं हिचकिचाएगा।
आइजोल, प्रेट्र। मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने कहा है कि यदि नागरिकता (संशोधन) विधेयक वापस नहीं लिया गया तो राज्य में सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से संबंध तोड़ने में नहीं हिचकिचाएगा।
आइजोल के समीप अइबावक गांव में एमएनएफ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी और उनकी सरकार विधेयक को पारित होने से रोकने का हर संभव प्रयास कर रही है। यदि वैसी स्थिति पैदा होती है तो सत्ताधारी पार्टी राजग से अपना समर्थन वापस ले सकती है।
नागरिकता (संशोधन) विधेयक आठ जनवरी को लोकसभा से पारित हो गया। यह विधेयक बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न के कारण भागे गैर मुस्लिमों को भारत की नागरिकता प्रदान करने के लिए लाया गया है। ऐसे लोग जो 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में प्रवेश कर गए हैं उन्हें नागरिकता दी जाएगी।
एमएनएफ प्रमुख ने कहा, 'राज्य मंत्रिमंडल ने प्रस्तावित कानून के विरोध में एक प्रस्ताव पारित कर लिया है। मैं प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात कर प्रस्तावित कानून पर अपना विरोध दर्ज करा चुका हूं।' मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रस्तावित कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन में उनकी पार्टी अग्रिम पंक्ति में रहेगी।
मिजोरम एनजीओ निकाय करेगी गणतंत्र दिवस समारोह का बहिष्कार
मिजोरम एनजीओ निकाय ने राज्य में गणतंत्र दिवस समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है। निकाय शनिवार को नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरोध में प्रदर्शन भी करेगी। एनसीसी के अध्यक्ष वानलालरुआता ने इस आशय की जानकारी दी।